पटना: इस समय शादियों का मौसम है और बड़े पैमाने पर कोरोना संकट के बाद शादी विवाह का आयोजन हो रहा है. बात बिहार की करें तो यहां ज्यादातर शादियां तो पारंपरिक अंदाज में होती हैं, लेकिन, एक शादी ऐसी है जिसकी खूब चर्चा हो रही है. भाजपा के कद्दावर नेता और विधान पार्षद संजय पासवान की बेटी अदिति नारायणी (BJP Leader Daughter Marriage) ने अपनी शादी महिला पंडितों द्वारा कराने का फैसला लिया.
अदिति नारायणी (Sanjay Paswan Daughter Marry) ने बड़े ही जद्दोजहद के बाद महाराष्ट्र की 2 महिला पंडितों की तलाश की और विवाह के मौके पर उन्हें राजधानी पटना आमंत्रित किया. अदिति की शादी वैसे तो वैदिक तरीके से हो रही है, लेकिन खास बात यह है कि हिंदू परंपराओं के विपरीत शादी दिन में रचाई गई.
दुल्हन बनी अदिति नारायणी ने कहा कि राजनीतिक, सामाजिक क्षेत्र में बदलाव हो रहे हैं. सामाजिक बदलाव और महिला सशक्तिकरण का ख्याल रखते हुए मैंने महिला पुरोहितों से विवाह संपन्न कराने का फैसला लिया. बहुत घूमने के बाद महाराष्ट्र में मुझे महिला पुरोहित मिलीं.
"जब हम महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं तो, सबसे जरूरी है सांस्कृतिक सशक्तिकरण. महिलाओं को इस क्षेत्र में भी आगे लाना जरूरी है. मैंने सोचा अपनी शादी से ही शुरूआत किया जाए. हालांकि महिला पंडितों को काफी ढूढना पड़ा. महाराष्ट्र में आखिरकार मुझे महिला पुरोहित मिली."- अदिति नारायणी, संजय पासवान की बेटी
एमएलसी आवास परिसर में उत्सवी माहौल है और उत्सवी माहौल में अदिति की शादी राज सिंह से रचाई जा रही है. अदिति पेशे से प्रोफेसर हैं, जबकि राज सिंह एडवोकेट और व्यवसाई हैं. संजय पासवान ने कहा कि विवाह समारोह में महिलाओं की प्रमुखता है. महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए हमने महिला पंडित को बुलाया है और खुशी में चार चांद महिला बैंड लगा रहे हैं.
बता दें कि बिहार में आमतौर पर पुरुष पुरोहित ही शादी विवाह संपन्न कराते हैं. पहली बार महिला पुरोहित से बिहार में शादी संपन्न कराई गई. संजय पासवान की पुत्री आदिति ने महिला सशक्तिकरण को दिशा देने के लिए महिला पुरुषों से शादी रचाने का फैसला लिया और बहुत तलाशने के बाद आदित्य को महाराष्ट्र में महिला पुरोहित मिली.
महिला पुरोहित गौरी कुंटे ने कहा कि, यह बदलाव का दौर है और हम लोग विधवा महिला को भी सम्मान देते हैं. मैं मुंबई से आई हूं. महिला पुरोहित पहली बार बिहार में विवाह समारोह संपन्न करा रही है. महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह बड़ा कदम है. वहीं महिला पुरोहित वृंदा दांडेकर ने कहा कि, हम वैदिक विधि विधान से विवाह संपन्न करा रहे हैं और यह शादी दिन में ही संपन्न हो रही है.