जमकर बरसे बदरा, जयपुर की सड़कें बनीं दरिया जयपुर.राजस्थान के कई हिस्सों में सोमवार को जमकर मेघ बरसे. सावन के पहले सोमवार पर इंद्रदेव ने जयपुर, अजमेर, सीकर सहित कई जिलों को तरबतर कर दिया. राजधानी की बात करें तो यहां सुबह से ही बारिश का दौर जारी रहा, जिससे सड़कें दरिया बन गईं. सीकर रोड, दिल्ली रोड और परकोटे के कई बाजार, झोटवाड़ा स्थित एक सरकारी स्कूल और प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल एसएमएस तक जलमग्न हो गया. शहर के कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई. इस दौरान वीकेआई पर रोड नंबर 6 में नाले में बहने से 8 साल के एक बालक की मौत भी हो गई.
रोड पर 3 से 4 फीट पानी की चादर : भारी बारिश में जयपुर में ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया. परकोटा के चौड़ा रास्ता चांदपोल और त्रिपोलिया बाजार में बारिश का पानी दुकानों के अंदर घुस गया. ऐसे में स्थानीय व्यापारियों ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किए गए कार्यों पर भी सवाल उठाया. रामगढ़ मोड़ और जल महल क्षेत्र में संचालित जेसीटीएसएल की बसों ने भी दम तोड़ दिया. सीकर रोड और दिल्ली रोड पर 3 से 4 फीट पानी की चादर चली, जिसमें कई वाहन डूब गए. कई वाहन स्टार्ट ही नहीं हुए, जिसकी वजह से वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा.
कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पढ़ें. सावन के पहले सोमवार पर जमकर बरसे मेघ, तस्वीरों में देखिए राजधानी की हालत
8 साल के बालक की मौत : वीकेआई रोड नंबर 6 पर नाले में बहने से 8 साल के बालक की मौत हो गई. परिजन बालक को नजदीकी प्राइवेट अस्पताल लेकर भी पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई. पीड़ित परिवार झारखंड का है, जो यहां मजदूरी का काम करता है. वहीं, तेज बारिश में कई निचले इलाकों में लोगों के घरों में भी पानी भर गया. कुछ जगह सीवर की लाइन टूटने से पानी लोगों के घरों में जा घुसा. झोटवाड़ा की नांगल जैसा बहरा स्थित सरकारी स्कूल में भी बारिश का पानी भर गया. जयपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस के मुख्य कॉरिडोर से लगते हुए वार्डों में भी पानी भर गया. इस दौरान मरीज दो-दो फीट तक भरे पानी में इलाज कराते हुए दिखे. खुद इलाज कर रहे डॉक्टर्स भी अस्पताल में बारिश के पानी से हुई अव्यवस्था से काफी परेशान नजर आए.
भारी बारिश से सड़कें बनी दरिया सिस्टम को दुरुस्त करने का प्रयास :त्रिवेणी नगर, कलेक्ट्रेट सर्किल और एमआई रोड पर सड़कें दरिया और रेलवे स्टेशन ट्रैक पानी में डूब गए. जलभराव की स्थिति के बाद निगम प्रशासन के नाला सफाई और ड्रेनेज सिस्टम पर भी सवाल उठे. हालांकि, बाद में निगम प्रशासन के बाढ़ नियंत्रण दस्ते ने कमान संभालते हुए वाटर पंप और मड पंप लगाकर ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने का प्रयास किया.
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में जयपुर, सीकर, अजमेर, जालोर, पाली, करौली और टोंक सहित कई स्थानों पर 90mm से 120mm तक बारिश रिकॉर्ड की गई है. प्रदेश के कई बांध लबालब हो गए. जयपुर के सूखे पड़े छापरवाड़ा बांध में भी 2 फीट पानी आ गया है, जबकि 21 शहर और 2800 से ज्यादा गांवों की प्यास बुझाने वाला बीसलपुर बांध भी ओवरफ्लो होने वाला है. यहां केचमेंट एरिया में अच्छी बारिश के बाद पानी की लगातार आवक हो रही है.