दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

मुसलमान कुरान पढ़कर हो रहा है आतंकवादी- वसीम रिजवी

इस्लाम धर्म की पवित्र पुस्तक कुरान (quran) में बदलाव के बाद शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड(shia central waqf board) के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी(wasim rizvi) ने पहली कॉपी छपवाई है. जिसे वह असली कुरान (real quran) बता रहे हैं. इस मौके पर वसीम रिजवी ने एक वीडियो भी जारी किया है. जिसमें वह कह रहे हैं कि दुनिया में आतंकवाद बढ़ रहा है. मुसलमान कुरान पढ़कर आतंकवादी होता चला जा रहा है.

मुसलमान कुरान पढ़कर हो रहा है आतंकवादी- वसीम रिजवी
मुसलमान कुरान पढ़कर हो रहा है आतंकवादी- वसीम रिजवी

By

Published : Jun 14, 2021, 1:51 PM IST

लखनऊ:विवादों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड (up shia central waqf board) के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी एक बार फिर विवादों में हैं. वसीम रिजवी (wasim rizvi) ने इस्लाम की पवित्र किताब कुरान को बदलकर अपनी नई कुरान तैयार की है,सोमवार को जिसकी पहली कॉपी उन्होंने छपवाई. इस मौके पर वसीम रिजवी ने कहा कि यह पहली कॉपी वह देश में मुसलमानों की सबसे बड़ी संस्था ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी को भेजेंगे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि मुसलमान कुरान पढ़कर आतंकवादी होता चला जा रहा है. इसलिए असली कुरान को पढ़ना चाहिए.

26 आयतों को हटाकर बनाया नया कुरान
वसीम रिजवी ने सोमवार को अपना वीडियो संदेश जारी कर कहा कि उनके द्वारा लिखी गई कुरान असली कुरान है. इसको AIMPLB के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी को भेजकर उनसे इसके अध्ययन की मांग करेंगे. वसीम ने कहा कि उन्होंने 26 आयतों को हटाकर और नए क्रम से आयतों को जोड़कर यह कुरान तैयार की है. रिजवी ने कहा कि यह कुरान अहले बैत और हजरत अली समेत रसूल के परिवार के चरित्र पर आधारित है.

मुसलमान कुरान पढ़कर हो रहा है आतंकवादी- वसीम रिजवी

इसे भी पढ़ें-कुरान मजीद में फेर बदल, वसीम रिजवी को जेल भेजने की मांग


इस्लाम मोहब्बत का मजहब है ज़ुल्म का नहीं
वसीम रिजवी ने कहा कि दुनिया में आतंकवाद बढ़ रहा है. अगर कुरान सही तरीके से नहीं पढ़ा गया तो आतंकवाद कभी नहीं रुकेगा. क्योंकि मुसलमान कुरान पढ़कर आतंकवादी होता चला जा रहा है. इस असली कुरान को पढ़ना चाहिए. ऐसी आयतों को निकाल कर बाहर देना चाहिए, जो इंसानियत के लिए खतरा और इंसान को इंसान से दूर करती हों. वसीम रिजवी ने कहा कि इस्लाम मोहब्बत का मजहब है जुल्म और ज्यादती का मजहब नहीं है.

पढ़ें :वसीम रिजवी के विवादित बयान पर मचा देशभर में बवाल

आतंकी विचारधारा पैदा होने का लगाया आरोप
बता दें कि पिछले दिनों शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कुरान की आयतों का मामला उठाया था.जिसके बाद अब वसीम रिजवी ने कुरान से 26 आयतें हटवा कर नया कुरान लिखा है. वसीम रिजवी के मुताबिक, मुसलमानों के आखिरी रसूल मोहम्मद के बाद कुरान-ए-मजीद को आखिरी बार इस्लाम के तीसरे खलीफा उस्मान ने तैयार कराया था, जिसे अब तक अल्लाह की किताब मानकर पढ़ा जा रहा है. कुरान-ए-मजीद की इन 26 आयतों में चरमपंथी को बढ़ावा मिल रहा है. उन्होंने कुरान की 26 आयतों की वजह मुस्लिम समाज में आतंकी विचारधारा पैदा होने का आरोप लगाया है.

वसीम रिजवी के इन विवादित बयान पर मचा देशभर में बवाल

1. शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर पवित्र कुरान की 26 आयतों को हटाने की मांग की थी. वसीम रिजवी का कहना है कि यह आयतें आतंकवाद को बढ़ावा देती हैं. सैय्यद वसीम रिजवी की इस याचिका और उस पर दिए गए बयानों के बाद से देश भर में हंगामा मचा. वसीम रिजवी इससे पहले विवादित फिल्म भी बना चुके हैं और लगातार विवादित बयान देते रहे हैं, लेकिन इस बार कुरान पर दिए गए बयान और याचिका के बाद से देश के मुसलमानों को उनके प्रति आक्रोश बढ़ गया.

पढ़ें :सावरकर की विचारधारा पर देश चला होता, तो रामराज्य आ गया होता : वसीम रिजवी

2.विवादित बयानों से अक्सर सुर्खियों में बने रहने वाले उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने एक दूसरे विवादित बयान में नये कुरान बनाने का दावा किया था. उन्होंने इसका मॉडल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा है. उन्होंने पीएम से मांग की थी कि देश के सभी मदरसों और मुस्लिम समाज में अब इसको पढ़ाया जाए.

3. अपने एक और विवादित बयान में रिजवी ने पं. जवाहरलाल नेहरू पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि 50 साल से भारत पर नेहरू की विचारधारा का राज रहा है. उन्होंने बताया कि इसका मकसद देश में खंडन पैदाकर राज करना है. हिंदुस्तान में धार्मिक नफरत की असल वजह भी यही है. उन्होंने कहा कि अगर आजादी के बाद वीर सावरकर की राष्ट्रवादी विचारधारा पर देश को चलाया गया होता तो अब तक भारत में रामराज्य कायम होता.

ABOUT THE AUTHOR

...view details