नई दिल्ली : इजराइल ने साफ कर दिया है कि वह फिलिस्तीनी इलाके पर हमले जारी रखेगा. इजराइली अधिकारियों ने कहा कि गाजा में तब तक बिजली, पानी और ईंधन की आपूर्ति नहीं की जाएगी, जब तक कि सारे होस्टेज को वहां से रिहा नहीं करा लिया जाता है.
इजराइल के ऊर्जा मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि इस मामले में कोई भी हमें नैतिकता का पाठ न पढ़ाए. मंत्री ने कहा कि मानवतावादियों को सहयता प्रदान की जाती है, न कि हमास जैसों को. उन्होंने कहा कि जब तक कि सभी बंदियों को रिहा नहीं करवा लिया जाता है, तब तक गाजा में मूलभूत सुविधाएं बाधित रहेंगी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 97 परिवारों ने सूचना दी है कि उनके आदमियों को हमास ने होस्टेज बना रखा है.
इजराइल के मंत्री के बयान के बाद हमास ने आम लोगों के लिए पानी की मांग की है. फिलिस्तीन ने संयुक्त राष्ट्र से मदद मांगी है. यूएन ने उनकी मांगों पर मानवाधिकार के नजरिए से विचार करने का अनुरोध किया है. यूएन ने कहा कि 6.5 लाख लोगों के सामने पानी का गहरा संकट उत्पन्न हो गया है. साथ ही उन इलाकों में इमरजेंसी मेडिकल सुविधाएं भी बाधित होने लगी हैं.
इजराइल के सैन्य कमांडर का एक बयान भी मीडिया में आया है. इसके अनुसार उन्होंने ग्राउंड से गाजा पर हमले की योजना बनाई है. रॉयटर न्यूज एजेंसी के मुताबिक इस पर औपचारिक रूप से राजनीतिक नेतृत्व फैसला लेगा. सैन्य कमांडर ने साफ कर दिया है कि अगर किसी ने भी गाजा की घेरेबंदी को चुनौती देने का फैसला किया या फिर उसे क्रॉस करने की कोशिश की, तो उसको निशाना बनाया जाएगा.
आज ही इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का भी एक बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि इजराइल, हमास के एक-एक सदस्य को मिट्टी में मिलाकर रहेगा. उन्होंने विपक्षी राजनीतिक दलों के साथ मिलकर एक वॉर कैबिनेट का गठन भी किया है. यूनिटी सरकार का भी गठन किया गया है.
इस बीच अमेरिका के रक्षा मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजराइल पहुंच चुके हैं. उन्होंने इजराइल के प्रधानमंत्री और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की. वैसे, इजराइल जाने से पहले ब्लिंकन ने साफ कर दिया था कि वह पूरी तरह से इजराइल के साथ खड़े हैं. ब्लिंकन फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से भी मुलाकात करने वाले हैं. वह जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह-11 से भी मिलेंगे. नेतन्याहू से मुलाकात के बाद अमेरिका ने इजराइल को हर संभव मदद देने का ऐलान किया.
इजराइल द्वारा की जा रही कड़ी कार्रवाई के बावजूद हमास ने धमकी दी है. हमास ने कहा कि वह इजराइल के सामने झुकने वाला नहीं है. वैसे, पूरे मामले पर संयुक्त राष्ट्र ने हमास द्वारा इजराइल में किए गए हमले की निंदा की है. साथ ही यूएन से यह भी कहा कि इसके बदले में इजराइल की जवाबी कार्रवाई में आम नागिरकों को सजा देना ठीक नहीं है.