न्यूयॉर्क:यूक्रेन मुद्दे परसंयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (The UN Security Council) की बैठक में भारत अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यूक्रेन सीमा पर तनाव चिंता का विषय है. वहीं, अमेरिका ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर रूस का स्पष्ट हमला अकारण है. यह अंतरराष्ट्रीय कानून के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन करता है. रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों ने भी अपने पक्ष रखे.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने बैठक में कहा, 'हम सभी पक्षों के लिए अत्यंत संयम बरतने और राजनयिक प्रयासों को तेज करने के लिए अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर देते हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जल्द से जल्द एक पारस्परिक रूप से सौहार्दपूर्ण समाधान हो. उन्होंने कहा, ' रूसी संघ के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गहरी चिंता का विषय है. इन घटनाक्रमों में क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को कमजोर करने की क्षमता है. हम सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान करते हैं. हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को केवल राजनयिक बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है. हमें उन पक्षों द्वारा हाल ही में की गई पहलों को जगह देने की जरूरत है जो तनाव को दूर करना चाहते हैं.
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नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षा आवश्यक है. 20,000 से अधिक भारतीय छात्र और नागरिक यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में और इसके सीमावर्ती क्षेत्रों में भी रहते और पढ़ते हैं. भारतीयों की भलाई हमारे लिए प्राथमिकता है.
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अमेरिका ने कहा, अंतरराष्ट्रीय कानून के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन
यूएनएससी में अमेरिकी प्रतिनिधि लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड (Linda Thomas-Greenfield) ने कहा, ' यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर रूस का स्पष्ट हमला अकारण है. यह संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राष्ट्र के रूप में यूक्रेन पर हमला है. यह अंतरराष्ट्रीय कानून के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन करता है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन का यह कदम स्पष्ट रूप से यूक्रेन पर हमला करने का बहाना बनाने के प्रयास का आधार है.
अमेरिका अंतरराष्ट्रीय कानून के स्पष्ट उल्लंघन के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए और कदम उठाएगा. हम और हमारे सहयोगी स्पष्ट हैं कि यूक्रेन पर रूसी हमले होने पर त्वरित और गंभीर प्रतिक्रिया दी जाएगी. इस समय कोई भी मुंह नहीं मोड़ सकता है.
रूस ने कहा राजनयिक समाधान के लिए खुले हैं रास्ते
यूएनएससी की बैठक में रूस के प्रतिनिधि ने कहा, 'राजनयिक समाधान के लिए हमारे कूटनीति रास्ते खुले हैं. हालांकि, डोनबास में रक्तपात की अनुमति देना कुछ ऐसा है जिसे करने का हमारा इरादा नहीं है. लेकिन अमेरिका के नेतृत्व में उसके पश्चिमी सहयोगियों द्वारा निभाई गई नकारात्मक भूमिका को लेकर हम मजबूर हैं.'
यूक्रेन के प्रतिनिधि ने रूस से वार्ता के लिए अनुरोध किया
संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लिट्स्या ने कहा, 'हम रूस से वार्ता के लिए अनुरोध करते हैं. हम उस आदेश की कड़ी निंदा करते हैं जिसमें यूक्रेन के क्षेत्रों में अतिरिक्त रूसी सैनिकों को तैनात करने के लिए कहा गया है. हम रूसी सैनिकों की तत्काल और पूर्ण वापसी की मांग करते हैं. हम शांति चाहते हैं, और हम अपने कार्यों में सुसंगत हैं. हम एक राजनीतिक और राजनयिक समझौते के लिए प्रतिबद्ध हैं, हम उकसावे के आगे नहीं झुकते हैं.'