बेंगलुरु :हम्पी हनुमा जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के संस्थापक ट्रस्ट गोविंदानंद सरस्वती ने कहा है कि हनुमान के जन्म स्थान पर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के विद्वानों द्वारा की गई घोषणा झूठी और अवैज्ञानिक है, जिसका कोई उचित वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है.इस मुद्दे पर आज तिरुपति में एक बैठक आयोजित की गई, जो अचानक समाप्त हो गई.
बता दें कि गोविंदानंद सरस्वती ने कुछ दिन पहले टीटीडी को पत्र लिखकर हनुमान जन्म स्थान के विषय पर चर्चा करने के लिए एक बैठक बुलाने का अनुरोध किया था.
इसके जवाब में टीटीडी ने आज तिरुपति में एक बैठक आयोजित की, जहां गोविंदानंद और टीटीडी विद्वानों ने मुलाकात की और हनुमान के जन्मस्थान पर चर्चा की.
इस दौरान गोविंदानंद सरस्वती ने हनुमान जन्मस्थान पर टीटीडी की पिछली घोषणा का स्पष्ट रूप से खंडन किया और टीटीडी विद्वानों से भी पूछा कि वे हम्पी क्यों नहीं गए.
उन्होंने यह भी कहा कि टीटीडी विद्वान समिति की मान्यता है कि हनुमान जन्म स्थान अंजंदरी है, जो भगवान बालाजी पहाड़ी मंदिर के उत्तर से लगभग 5 किमी दूर स्थित जपली तीर्थम में एक पहाड़ी है, जो पूरी तरह से निराधार और झूठा है.