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गणतंत्र दिवस हिंसा : 38 मामले दर्ज, अब तक 84 गिरफ्तारियां

राष्ट्रीय राजधानी में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान भड़की हिंसा के बाद, दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के विभिन्न मामलों में 38 केस दर्ज किए हैं और इस सिलसिले में 84 लोगों को गिरफ्तार किया है.

FSL team
ट्रैक्टर रैली

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Published : Jan 31, 2021, 9:52 AM IST

Updated : Jan 31, 2021, 10:00 AM IST

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस को गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा से संबंधित अब तक 1,700 वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज जनता से मिले हैं. इनका विश्लेषण करने और दोषियों की पहचान करने के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है. इस बीच किला परिसर में गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा की जांच करने वाली एफएसएल की टीम ने साक्ष्य जुटा लिये हैं. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर मार्च हिंसा में 38 मामले दर्ज कर 84 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

दिल्ली पुलिस द्वारा पंजाब और हरियाणा के विभिन्न स्थानों पर कई छापे मारे जा रहे हैं. गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर हुई बर्बरता को लेकर दिल्ली पुलिस ने शनिवार को जालंधर में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की.

बस्ती जवाला खेल इलाके में भी मारे छापे
सूचना के आधार पर दो व्यक्तियों (तरनतारन के जुगराज सिंह और नवप्रीत सिंह) ने 26 जनवरी को लाल किले की प्राचीर पर निशान साहिब झंडा फहराया था, दिल्ली पुलिस ने जालंधर के बस्ती जवाला खेल इलाके में भी छापे मारे हैं.

पढ़ें :दिल्ली हिंसा में पुलिस को मिले 1700 वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज

गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में भड़की हिंसा में विदेशी संगठनों और व्यक्तियों की भूमिका की भी पुलिस जांच कर रही है, जिससे जांच का दायरा और बड़ा हो गया है.

नौ किसान नेताओं को नोटिस
इस बीच, पुलिस ने मीडिया से अपील की है कि 26 जनवरी को हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान के फुटेज को जांच एजेंसी को मुहैया कराए. अपराध शाखा ने इस सिलसिले में जांच में शामिल होने के लिए नौ किसान नेताओं को नोटिस भेजे हैं.

ट्रैक्टरों की पंजीकरण संख्या की जांच
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) बीके सिंह ने शनिवार कहा था कि लालकिले और आईटीओ पर हुई हिंसा से जुड़े नौ मामलों की जांच कर रही अपराधा शाखा मोबाइल फोन कॉल के 'डंप डेटा' और ट्रैक्टरों की पंजीकरण संख्या की भी जांच कर रही है.

वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण
सिंह ने कहा था कि नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी की एक टीम को हिंसा से संबंधित वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के लिए बुलाया गया है. हिंसा में 394 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. उस दिन एक प्रदर्शनकारी की मौत भी हो गई थी.

हिंसा में लिप्त रहे व्यक्तियों की पहचान
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को प्रमुख समाचार पत्रों में एक अपील जारी की थी, जिसमें लोगों से हिंसा के बारे में कोई सबूत या जानकारी साझा करने के लिए कहा गया था. सिंह ने कहा था कि हमारी अपील के बाद, दिल्ली पुलिस को हिंसा से संबंधित 1,700 वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज जनता से मिली हैं. वीडियो के माध्यम से, हम हिंसा में लिप्त रहे व्यक्तियों की पहचान करेंगे.

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फोरेंसिक टीम ने किया लालकिले का दौरा
उन्होंने कहा था कि जांचकर्ता ड्रोन-लगे कैमरों से लिए गए फुटेज और तस्वीरों का भी विश्लेषण कर रहे हैं और लालकिला क्षेत्र की में की गई तोड़फोड़ की 3डी मैपिंग कर रहे हैं. शनिवार को फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम ने नमूने लेने के लिए लालकिले का दौरा किया था.

ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई थी हिंसा
दिल्ली में 26 जनवरी को किसान यूनियनों ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग को रेखांकित करने के लिए ट्रैक्टर परेड निकाली थी, जिस दौरान दिल्ली में हिंसा हुई थी.

दिल्ली पुलिस ने की थी सूचना देने की अपील
कई प्रदर्शनकारी, ट्रैक्टर चलाते हुए लालकिले पहुंच गए थे, जबकि उनमें से कुछ ने अपने धार्मिक झंडे उसके गुंबदों और प्राचीर पर लगा दिया था, जहां स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है. हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने 8750871237 और 011-23490094 पर सूचना देने की अपील की थी.

Last Updated : Jan 31, 2021, 10:00 AM IST

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