हैदराबाद: घर खरीदना हर किसी का सपना होता है और जिसे पूरा करने के लिए लोग होम लोन (Home Loan) लेते हैं. होम लोन देने के लिए बैंक आपस में होड़ कर रहे हैं, जो घर खरीदना चाहते हैं, वे उनसे संपर्क कर रहे हैं. बैंक भी कम ब्याज दरों पर ऋण (Loan) मुहैया करवा रहे हैं. लेकिन, घर खरीदने वालों को पता होना चाहिए कि एक सावधानीपूर्वक योजना के साथ ईएमआई के बोझ (burden of home loan EMI) को कैसे कम किया जाए.
एक बार जब खरीदार घर खरीदने का फैसला कर लेते हैं, तो उन्हें एक उचित योजना बनाने की जरूरत होती है. होम लोन लेने के बाद घर की ईएमआई आपकी आय के 40 फीसदी तक हो सकती है, आपको यह पता लगाना होगा कि शेष राशि में घर के खर्च समेत अन्य तमाम खर्चे, बचत का प्रबंधन कैसे करेंगे. इसलिये हर महीने दी जाने वाली किस्तों (Home loan EMIs)के बोझ से जल्द से जल्द बाहर निकलने की योजना सोच समझकर बनानी चाहिए.
घर खरीदारों पर बोझ कम करने के लिए कुछ टिप्स (Tips to reduce the burden of home loan EMIs)
एक अतिरिक्त किस्त: खरीदार आमतौर पर एक वर्ष में 12 किस्तों का भुगतान करता है, लेकिन अगर वह लोन की किस्तों को जल्दी से पूरा करना चाहता है, तो उसे 13 किस्तों का भुगतान करना होगा. इस अतिरिक्त किस्त के लिए, खरीदार को अन्य स्रोतों से अर्जित अतिरिक्त आय का उपयोग करना होगा या अपने नियमित खर्चों में कटौती करनी होगी. इससे लोन की मूल राशि कम हो जाएगी और ऋण निर्धारित समय से पहले चुकाया जा सकेगा. बैंक और आवासीय लोन देने वाले (housing loan lenders) अस्थाई दर (floating rate) पर दिए गए होम लोन पर कोई अग्रिम शुल्क नहीं लेते हैं. अग्रिम रूप से ईएमआई का भुगतान करने से आपके क्रेडिट स्कोर में भी सुधार होगा.