कुछ इस तरह दूर किया जा रहा टनल में फंसे मजदूरों के परिजनों का तनाव उत्तरकाशी (उत्तराखंड):सिलक्यारा टनल पर पिछले 11 दिन से 41 मजदूरों का रेस्क्यू चल रहा है. टनल पर केंद्र और राज्य सरकार की तमाम एजेंसी और विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ टनल में फंसे मजदूरों के परिजन भी मौजूद हैं. परिजनों के चेहरे पर लगातार घबराहट और तनाव का माहौल है. ऐसे में राज्य सरकार ने कुछ अधिकारियों को मजदूरों के परिजनों को तनाव की स्थिति से बाहर निकालने की जिम्मेदारी दी है. लिहाजा कुछ अधिकारी लगातार परिजनों को इकठ्ठा करके उनके साथ समय बिता रहे हैं.
उत्तराखंड सरकार टनल मामले में कोई भी ढिलाई फिलहाल नहीं बरतना चाहती है. यही कारण है कि फंसे हुए मजदूरों के परिजन किसी तरह के तनाव में ना आएं, इसके लिए लगातार अधिकारी परिवार के लोगों को मोटिवेट कर रहे हैं. साथ ही स्थिति ना बिगड़े इसका पूरा प्रयास कर रहे हैं.
सीएम धामी के निर्देश पर मनीष कुमार सिंह डिप्टी कलेक्टर, उत्तरकाशी और तेजबल सिंह जिला पूर्ति अधिकारी, उत्तरकाशी और डॉ. अखिलेश मिश्रा जिला कार्यक्रम अधिकारी रुद्रप्रयाग को अन्य काम के साथ-साथ परिजनों को मायूस होने से बचाने का भी जिम्मा दिया गया है. अधिकारी साइट पर लोगों के साथ समय बिता रहे हैं. दिन में दो से तीन बार ये अधिकारी परिजनों के साथ तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं. ऐसे में कोई उन्हें अंदर फंसे मजदूरों से हुई बातचीत के बारे में बता रहा है तो कोई फंसे हुए मजदूरों के रोचक किस्से सुना रहा है.
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वहीं, सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन अपने अंतिम चरण में है. ताजा जानकारी के मुताबिक अभी तक हॉरिजोंटल पाइपलाइन सुरंग के अंदर 45 मीटर तक चला गया है. अब सिर्फ 12 मीटर ड्रिल किया जाना बाकी है. एनडीआरएफ के जवान सुरंग के अंदर जा चुके हैं, जिससे हलचल बढ़ चुकी है. टनल के बाहर 30 एंबुलेंस तैनात की गई है.