दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

कांडला से खरिरोहर तक तेल कंपनियों की पाइपलाइन से होती है तेल की चोरी !

गुजरात की कच्छ सीमा क्षेत्र में हाल के वर्षों में अपराध में काफी वृद्धि देखी गई है. वहीं देश का सबसे बड़े बंदरगाह कांडला जो खारिरोहर को तेल की सुविधाओं से जोड़ता है. इसके लिए पेट्रोलियम उत्पादों और तेल का परिवहन किया जाता है. यहां पर तेल चोरी करने वाले कई गिरोह सक्रिय हैं. पढ़िए पूरी रिपोर्ट

Oil theft occurs from the pipeline of oil companies from Kandla to Kharirohar
कांडला से खरिरोहर तक तेल कंपनियों की पाइपलाइन से होती है तेल की चोरी

By

Published : Jun 26, 2022, 5:24 PM IST

कच्छ (गुजरात) :पिछले कुछ वर्षों में कच्छ के सीमावर्ती क्षेत्र में अपराध दर में लगातार इजाफा हुआ है. वहीं पूर्वी कच्छ के इलाकों में भी अपराध में वृद्धि देखी जा रही है. भारत के सबसे बड़े बंदरगाह कांडला से खरिरोहर तेल सुविधा तक तेल और पेट्रोलियम उत्पादों को स्थानांतरित करने के लिए बनाई गई 11 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन में तेल चोरों की गतिविधि देखी गई हैं.

तेल चोरी करने के लिए पाइपलाइन में 1000 से अधिक छेद किए : गांधीधाम तालुका में कांडला बंदरगाह से 11 किमी की दूरी पर तीन तेल निगमों की पाइपलाइनों में 1000 से अधिक छेद ड्रिल करके चोर तेल की चोरी कर रहे हैं. हालांकि पुलिस के मुताबिक तेल चोरी की घटना हाल की नहीं है, यह कई दशकों से होता आ रहा है. पुलिस ने तेल निगमों को सीसीटीवी कैमरे और सर्चलाइट लगाने के भी निर्देश दिए हैं.

आग की घटनाएं : गांधीधाम में कई आयातित खनिज तेल, बड़े टैंक और खतरनाक रसायनों का परिवहन होता है. इस पूरे क्षेत्र को विस्फोटक माना जा सकता है, और यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि तेल की चोरी के परिणामस्वरूप दो आग दुर्घटनाएं हुई हैं जिसमें तेल पाइपलाइनों में ड्रिलिंग छेद शामिल हैं.

छोटी सी लापरवाही से आई बड़ी तबाही : इन पाइपों में तेल चोर गिरोहों द्वारा खोदे गए छेद से तेल रिसाव के अलावा तेल के फव्वारे भी उड़ते हैं. लेकिन उसके बाद भी कभी कोई विशेष कार्रवाई नहीं की गई. इस प्रकार तेल चोरी करने वाले गिरोह के द्वारा प्रतिदिन अपने कारोबार का विस्तार किया जा रहा है. यदि समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो जरा सी लापरवाही पर बड़ा हादसा हो सकता है.

सीसीटीवी कैमरे और सर्च लाइट लगाने आती हैं कंपनियां :इस संबंध में कांडला मरीन पुलिस स्टेशन के पीआई मनोहर सिंह जडेजा ने कहा, तेल की चोरी कई सालों से चली आ रही है. हालांकि पुलिस अधिकारी भी अक्सर क्षेत्र की निगरानी करते हैं. लेकिन तेल चोरी करने वाले समूहों से कौन जुड़ा है, यह भी जांच का विषय है. साथ ही कहा कि अगर पुलिस कंपनियों में सर्च लाइट लगाती है तो तेल तस्कर अंधेरे का फायदा नहीं उठा पाएंगे. उन्होंने सीसीटीवी कैमरे लगाने का भी सुझाव दिया.

ये भी पढ़ें - तमिलनाडु पुलिस का खुलासा : बंद पड़े 600 मोबाइल टावरों पर हो चुकी हाथ की सफाई

चोरी करने के लिए पाइप लाइन में किया जाता है छेद : कांडला से खरिरोहर तक तेल पाइपलाइन से तेल लूटने वाले गिरोह के द्वारा पाइपलाइनों में छेद करते हैं और पाइप के माध्यम से बड़े कंटेनर या टैंकरों में पेट्रोल और ईंधन भरते हैं. बाद में, उनके द्वारा छेद को बंद कर दिया जाता है. पुलिस को इन तेल चोरी करने वाले संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. इसके अतिरिक्त, स्थानीय निवासियों का मानना है कि तेल चोरी करने वाले गिरोहों की गिरफ्तारी में तेजी लाने के लिए पर्याप्त गश्त की जानी चाहिए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details