नागपुर: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को कहा कि यदि किसी के अल्पसंख्यक समुदाय से होने पर धर्मनिरपेक्षता स्वीकार्य है तो समुदाय के बहुसंख्यक होने पर इसे अस्वीकार्य नहीं किया जा सकता. पूर्व केंद्रीय मंत्री खान महाराष्ट्र के नागपुर में 'इंडिया पीस सेंटर एंड ह्यूमैनिटी चैरिटेबल ट्रस्ट' द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि धर्म शत्रुता पैदा नहीं करता.
निरपेक्षता पर दोहरा मानदंड नहीं होना चाहिए: आरिफ मोहम्मद खान
महाराष्ट्र के नागपुर में 'इंडिया पीस सेंटर एंड ह्यूमैनिटी चैरिटेबल ट्रस्ट' द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि धर्म शत्रुता पैदा नहीं करता.
आरिफ मोहम्मद खान
केरल के राज्यपाल का कहना है कि 'जो आप अपने साथ होना पसंद नहीं करते हैं, उसे आपको दूसरों के साथ नहीं करना चाहिए.' खान ने पूछा, 'अगर मैं बहुसंख्यक हूं तो धर्मनिरपेक्षता 'कुफ्र' (धार्मिक कानून के तहत अस्वीकार्य) है, पर यदि मैं अल्संख्यक हूं तो धर्मनिरपेक्षता 'शरीयत' (धार्मिक कानून के तहत स्वीकार्य) हो जाती है. यह कैसे हो सकता है?'