इंदौर :भारत के पूर्व हॉकी गोलकीपर मीररंजन नेगी ने देश के सर्वोच्च खेल सम्मान का नाम 'राजीव गांधी खेल रत्न' से बदलकर 'मेजर ध्यानचंद खेल रत्न' किए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार की बड़ी घोषणा का स्वागत किया.
हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि 'हॉकी के जादूगर' के नाम से मशहूर ध्यानचंद को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से मरणोपरांत नवाजे जाने में अब कतई देर नहीं की जानी चाहिए.
नेगी ने कहा, 'खेल रत्न सम्मान का नाम मेजर ध्यानचंद पर किया जाना देश के हॉकी क्षेत्र के लिए सरकार का बहुत बड़ा कदम है. अब अगर ध्यानचंद को (मरणोपरांत) भारत रत्न से भी नवाज दिया जाए, तो सोने पर सुहागा हो जाएगा और इस काम में अब बिल्कुल भी देर नहीं की जानी चाहिए.'
शाहरुख खान की प्रमुख भूमिका वाली फिल्म 'चक दे इंडिया' (2007) से नयी ख्याति पाने वाले पूर्व गोलकीपर ने कहा, 'टोक्यो ओलंपिक में महिला और पुरुष, दोनों वर्गों में भारतीय हॉकी टीमों के जुझारू और शानदार प्रदर्शन से खेल के पक्ष में देश भर में बहुत अच्छा माहौल बन गया है. सरकार को ध्यानचंद को भारत रत्न प्रदान करने का इससे अच्छा मौका दोबारा नहीं मिलेगा. इससे पूरी दुनिया में भारतीय हॉकी का मान बढ़ेगा.'
ऐतिहासिक प्रदर्शन कर पहली बार ओलंपिक सेमीफाइनल तक पहुंची भारतीय महिला हॉकी टीम के ब्रिटेन से 3-4 से हारकर कांस्य पदक से चूकने पर नेगी ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक के इस मैच में भारतीय टीम को भले ही पराजय का मुंह देखना पड़ा हो, लेकिन उसने अपने जुझारूपन से पूरे देश का दिल जीत लिया है.