हैदराबाद : तेलंगाना एकता दिवस समारोह 17 सितंबर की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को राज्य भर में शुरू हुआ, जो तत्कालीन हैदराबाद राज्य के भारतीय संघ में शामिल होने का प्रतीक है. स्वर्ण जयंती समारोह को चिह्न्ति करने के लिए राज्य सरकार द्वारा घोषित साल भर चलने वाले आधिकारिक समारोह की शुरूआत करते हुए राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां निकाली गईं. मंत्रियों, सांसदों, राज्य के विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों ने एकता की आवश्यकता पर बल देते हुए रैलियों को संबोधित किया.
निर्वाचन क्षेत्र मुख्यालय में आयोजित रैलियों में राष्ट्रीय ध्वज थामे हजारों छात्र-छात्राओं, युवाओं और महिलाओं ने भाग लिया. इसके साथ ही तीन दिवसीय उत्सव की शुरूआत हुई. तीन दिनों के दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव शनिवार को हैदराबाद में होने वाले मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. जिला मंत्री मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे.
भारत को आजादी मिलने के 13 महीने बाद, 17 सितंबर, 1948 को हैदराबाद की रियासत भारतीय संघ में शामिल हो गई थी. भारतीय सेना द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन पोलो के बाद परिग्रहण तब हुआ जब हैदराबाद के निजाम ने भारतीय संघ में शामिल होने से इनकार कर दिया. तेलंगाना एकता दिवस समारोह को चिह्न्ति करने के लिए हैदराबाद में हुसैन सागर झील के किनारे पीपुल्स प्लाजा में आयोजित रैली में राज्य के गृह मंत्री महमूद अली, पशुपालन मंत्री टी. श्रीनिवास यादव, मुख्य सचिव सोमेश कुमार और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया.