पटना: बिहार में जातीय जनगणना को लेकर सियासी दलों में लगातार बयानबाजी हो रही है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) एक बार फिर इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया है. उन्होंने इसके लिए ने पटना से दिल्ली तक पैदल यात्रा (Tejashwi Yadav foot march for caste census) करने की घोषणा की है. उनकी इस घोषणा पर भी बयान आ रहे हैं. बीजेपी और जेडीयू की ओर कटाक्ष किया जा रहा है लेकिन इसी बीच इस मुद्दे पर तेजस्वी यादव को एक बड़े नेता का साथ (Tejashwi Yadav Got Support of JDU President Lalan Singh) मिला है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि हम भी जातीय जनगणना के समर्थन में हैं.
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'सीएम नीतीश कुमार जातीय जनगणना के समर्थन में हैं. तेजस्वी यादव ने एक कार्यक्रम का ऐलान किया है. हम भी जातीय जनगणना के समर्थन में हैं. वह भी कार्यक्रम कर रहे हैं तो विरोध क्यों करेंगे.'- ललन सिंह, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष.
नीतीश कुमार के नेतृत्व में पीएम से मिला था शिष्टमंडल: जातीय जनगणना को लेकर तेजस्वी यादव की पहल पर ही नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रधानमंत्री से शिष्टमंडल मिला था लेकिन केंद्र सरकार ने साफ मना कर दिया है. अब नीतीश कुमार ने सर्वदलीय बैठक कर इस पर फैसला लेने की बात कही है लेकिन बीजेपी का सहयोग नहीं मिल रहा है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर जातीय जनगणना को लेकर नीतीश सरकार (Tejashwi yadav attack cm nitish kumar) को घेरा है. तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा है कि बिहार में जातीय जनगणना को लेकर जल्द फैसला होना चाहिए.