नई दिल्ली : मशूहर लेखक, प्रसारक और सामाजिक कार्यकर्ता तारिक फतेह का सोमवार को 73 साल की उम्र में निधन हो गया. वह कैंसर के मरीज थे. उनकी बेटी नताशा फतेह ने ट्विटर पर उनके निधन की जानकारी दी. तारिक फतेह का जन्म 20 नवंबर 1949 में पाकिस्तान के कराची में हुआ था. फतेह 1980 के दशक की शुरुआत में कनाडा चले गए थे और तब से कनाडाई मीडिया और राजनीति में एक सक्रिय आवाज की तरह सुर्खियों में रहे. फतेह की पहचान पॉलिटिक्स और सोशल मामलों पर अपने मुखर विचारों से बनी है.
तारिक फतेह ने हमेशा से खुद की पहचान, पाकिस्तान में पैदा हुआ भारतीय और इस्लाम में पैदा हुआ पंजाबी के रूप में बताया है. उन्होंने एक बार यह भी कहा था, "मैं कनाडा का एक ऐसा अप्रवासी हूं, जिसके विचार मुस्लिम और मार्क्सवादी युवा पर आधारित हैं. मैं सलमान रुश्दी के 'मिडनाइट्स चिल्ड्रन' के किरदार में से एक हूं." फतेह, इस्लामवाद की अपनी आलोचना के लिए जाने जाते थे. उनका तर्क था कि यह एक राजनीतिक विचारधारा है, जो एक वैश्विक इस्लामिक राज्य की स्थापना करना चाहती है.
उन्होंने अपनी किताब, 'चेजिंग ए मिराज: द ट्रैजिक इल्यूजन ऑफ ए इस्लामिक स्टेट' में इस्लामवाद के इतिहास और उस पर मंडराते खतरों के बारे में बताया है. उन्होंने पश्चिम में कट्टरपंथी इस्लामवादी आंदोलनों के उदय के खिलाफ बात की थी.