चेन्नई :तमिलनाडु के राजेंद्रन अरियालुर जिले में सोमवार को पटाखे के फैक्टरी में आग लगने से सात लोगों की मौके पर मौत हो गई थी. अब मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है. ये घटना सुबह करीब 9.30 बजे विरकालूर गांव में हुई, जब कारखाने में 35 से ज्यादा लोग पटाखा बनाने के काम में व्यस्त थे. स्थानीय लोग समेत शिवकाशी के दस से ज्यादा लोग इस हादसे के शिकार हुए हैं. बताया जाता है कि याज़ क्रैकर्स नामक कारखाने में दिवाली नजदीक आते ही कई स्थानीय लोगों सहित शिवकाशी से लोगों को पटाखा बनाने के काम में लगाया जाता है.
आज उसी काम में जब सभी व्यस्त थे, तब पटाखों के कारखाने में आग लगी और देखते ही देखते पूरे गोदाम को अपने लपेटे में ले ली गई. इतना ही नहीं पटाखों के जलने से विस्फोट भी शुरू हो गया, जिसके बाद वहां काम करने वाले लोग बचकर बाहर निकल नहीं पाए. विस्फोट की आवाज सुनकर आसपास के गांव के लोग घटनास्थल की ओर भागने लगे. इधर, स्थानीय लोगों से आग की खबर पाकर घटनास्थल पर अरियालुर और आसपास के इलाकों से तीन दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं.
घटनास्थल पर तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया है. बताया जा रहा है कि हादसे में अब तक एक महिला समेत सात लोगों की मौत हो गई है. वहीं, गंभीर रूप से घायल सात लोगों को बचाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है. इधर, दुर्घटना में पटाखा फैक्टरी के मालिक और उसके दामाद की पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है. त्रिची जोन के डीआइजी पगलावन, अरियालुर जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों सहित एक उच्च स्तरीय टीम ने दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और विस्फोट के कारण का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने पटाखा फैक्ट्री दुर्घटना से प्रभावित शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है. एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिये उन्होंने कहा, "मुझे दुख हुआ हादसे की खबर सुनने के बाद. आज (9-10-2023) अरियालुर जिले के वेथियुर मथुरा के विरकलुर गांव में संचालित एक निजी पटाखा फैक्टरी में आग में नौ लोगों की जान चली गई." उन्होंने मृतकों के परिवारों को तीन-तीन लाख रुपये और घायलों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की. ये वित्तीय सहायता सीएम राहत कोष से प्रदान किया जाएगा. तमिलनाडु सीएम ने परिवहन मंत्री एसएस शिवशंकर और श्रम कल्याण व कौशल विकास मंत्री सीवी गणेशन को बचाव और राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश देते हुए उन्हें दुर्घटनास्थल पर भेजा है. इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को हादसे में घायल लोगों के लिए खास इलाज की व्यवस्था कराने का भी निर्देश दिया है. उनका इलाज तंजावुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है.
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