चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) प्रमुख एमके स्टालिन ने अपने 70वें जन्मदिन के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्ष की जीत सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस के पक्ष में अपनी पार्टी के समर्थन का संकेत देते हुए बुधवार को कहा कि गैर-कांग्रेसी मोर्चा बनाये जाने की कुछ लोगों की दलीलों को खारिज कर दिया जाना चाहिए. स्टालिन ने अपने जन्मदिन के मौके पर किए गए संबोधन में कहा कि चुनाव-बाद गठबंधन और तीसरे मोर्चे के प्रस्ताव विचारणीय नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव इसे लेकर नहीं होंगे कि सरकार किसे बनानी चाहिए, बल्कि इसे ध्यान में रखकर होंगे कि सत्ता पर किसका नियंत्रण नहीं होना चाहिए. स्टालिन ने कहा कि भाजपा को राजनीतिक रूप से हराना होगा और सभी विपक्षी दलों का यह एक अकेला लक्ष्य होना चाहिए. विपक्षी दलों में एकजुटता की भावना की वकालत करते हुए द्रमुक प्रमुख ने कहा कि इसी से आम चुनाव में जीत मिलेगी. उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्रीय राजनीति राज्य आधारित राजनीतिक मतभेदों के आधार पर तय की जाएगी, तो इससे हमें ही नुकसान होगा.
उन्होंने यह टिप्पणी राज्यों की राजनीतिक वास्तविकताओं के संदर्भ में की है, जिस वजह से भाजपा का मुकाबला करने के लिए समान विचारधारा वाले दल एक साथ आने से बचते हैं. स्टालिन ने यह भी कहा कि कुछ लोगों ने गैर-कांग्रेसी मोर्चे के गठन के पक्ष में दलीलें दी हैं, जिन्हें खारिज किया जाना चाहिए और संसदीय चुनाव में चुनाव-बाद का गठबंधन व्यावहारिक नहीं है.
उन्होंने अपने 70वें जन्मदिन के मौके पर कहा कि राजनीतिक दलों को अपने मतभेदों से ऊपर उठकर लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए एकजुट ताकत के रूप में खड़ा होना चाहिए. तीसरे मोर्चे की बात बेमानी है. मैं भाजपा का विरोध करने वाले सभी दलों से इस बात को समझने का अनुरोध करता हूं.
मल्लिकार्जुन खड़गे बोले विभाजनकारी ताकतों ने खिलाफ मिलकर लड़ना जरूरी
आगामी लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी एकता का आह्वान करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को कहा कि विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना बेहद जरूरी है. साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि इस तरह की एकजुटता के बीच यह सवाल नहीं है कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के 70वें जन्मदिन के अवसर पर यहां द्रमुक के एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में खड़गे ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनावी लाभ के लिए ध्रुवीकरण का प्रयास कर रही है, जबकि जनता महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश और संविधान को बचाने के लिए एकजुट रहना जरूरी है. उन्होंने कहा कि सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना चाहिए. मैंने कभी नहीं कहा कि कौन नेतृत्व करेगा, (2024 में) कौन प्रधानमंत्री बनेगा. हम (कांग्रेस) यह नहीं बता रहे हैं कि कौन नेतृत्व करेगा या कौन नेतृत्व करने जा रहा है. यह सवाल नहीं है. हम एकजुट होकर लड़ना चाहते हैं, यही हमारी इच्छा है. इसलिए, हमने धर्मनिरपेक्षता के नाम पर, आजादी के नाम पर, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर कई बार कुर्बानी दी है.
फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री पद के लिए स्टालिन का समर्थन किया