आजमगढ़ :जिले में दो स्थानों पर श्रद्वांजलि सभा और शोक संवेदना प्रकट करने आए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. ज्ञानवापी विवाद पर उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी काफी पुरानी मस्जिद थी और भाजपा मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इनके अदृश्य सहयोगी समय-समय पर बाहर निकल आते हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बुलडोजर चल रहा है, लेकिन कल जिस अस्पताल का सीएम ने उद्घाटन किया वह भी अवैध है.
पत्नी डिंपल के चुनाव लड़ाने के कयासों पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक में लिया जाएगा. उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि 'वन नेशन और वन राशन' का नारा देने वाले कहीं एक देश एक पूंजीपति का नारा न दे दें. उन्होंने कहा कि भाजपा उद्योगपतियों के साथ अब गरीबों से भी मुनाफा कमाना चाहती है.
मीडिया से बात करते अखिलेश यादव. मंगलवार दोपहर सपा मुखिया अखिलेश यादव फूलपुर पवई के पूर्व विधायक श्यामबहादुर यादव के घर पर पहुंचकर उनकी मां को श्रद्वांजलि देकर शोक संवेदना प्रकट की. इसके बाद वे दीदारगंज थाना क्षेत्र के गद्दोपर गांव निवासी पूर्व मंत्री रामआसरे विश्वकर्मा के घर पहुंचे और उनकी पत्नी को श्रद्वांजलि दी. इस दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद बहुत पुरानी रही है. ये भाजपा द्वारा जानबूझकर साजिश रची जा रही है. भारतीय जनता पार्टी के अदृश्य सहयोगी समय-समय पर बाहर निकल कर आते हैं और जानबूझकर नफरत के बीज बोते हैं.
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सपा मुखिया ने कहा कि अभी तक तो भाजपा उद्योगपतियों से मुनाफा कमा रही थी, अब गरीबों से भी मुनाफा कमाना चाहती है. उन्होंने कहा कि भाजपा को उद्योगपतियों की तरफ से सबसे अधिक चंदा मिला है. ये ऐसी राजनीतिक पार्टी हैं जो गरीबों से भी मुनाफा कमाना चाहती हैं. जब गेहूं खरीदा जा रहा है तो कोई कीमत नहीं रही और जब राशन दिया जा रहा था तो कोई शर्त नहीं थी, लेकिन अब चुनाव जीत गए तो गरीबों को पहचानते तक नहीं हैं.
पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू हत्याकांड के दोषियों के मिली सजा
पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू हत्याकांड के मुकदमे में सुनवाई पूरी करते हुए अदालत ने 7 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. सभी आरोपितों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. 10 मई को 9 लोगों को दोषी सिद्ध किया गया था, लेकिन इनमें से दो रिजवान और विजय यादव के फरार होने के चलते आज उनकी भी पत्रावली अलग कर दी गई.
विशेष सत्र न्यायाधीश गैंगस्टर कोर्ट रामानंद ने मंगलवार को फैसला सुनाया. ध्रुव सिंह उर्फ कुण्टू सिंह कासगंज जेल से, मृत्युंजय सिंह लखनऊ जेल से और दिनेश उर्फ दुलहीन बरेली जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मौजूद थे. जबकि विजय उर्फ सचिन यादव, अरविंद कश्यप, विजय यादव, अभिषेक सिंह भोनू फरार हैं. वहीं, संग्राम सिंह, शिव प्रकाश उर्फ प्रकाश यादव, राजेंद्र यादव, दुर्गविजय सिंह कोर्ट में रहे. शिव प्रकाश के कट्टे से हत्या होने की बात सामने आने पर उस पर अलग से 2 वर्ष और 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया. इन आरोपियों को पूर्व विधायक सर्वेश उर्फ सीपू सिंह की हत्या और हत्या की साजिश रचने का दोषी पाया था.
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