हैदराबाद : तेलंगाना के हैदराबाद में साइबर क्राइम पुलिस की नजर इन दिनों स्नैपइट, औके कैश, कैशबी, रुपी फैक्ट्री, बब्बल लोन और गो कैश जैसी ऑनलाइन लोन एप्स पर हैं.
दरअसल पुलिस ने ऑनलाइन लोन धोखाधड़ी केस में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. इस मामले में पुलिस ने अभी तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने संदिग्ध लोगों के पते और वित्तीय लेनदेन की जांच की. जांच के दौरान उन्हें ये पता चला की एप्स संचालित करने वाली चीनी कंपनियों के बैंक खातों में करीब 300 करोड़ रुपये की रकम जमा है. पुलिस को ये भी पता चला है की मामले में गिरफ्तार अभियुक्त दो इंजीनियर लिम्बो और क.नगराजू ऐसी एप्स के सेटअप के लिए जाने जाते हैं.
फिलहाल पुलिस ने ये 300 करोड़ जब्त कर दोनों इंजीनियरों को हिरासत में ले लिया है.
आगे की कार्यवाही में पुलिस को पता चला है की बेंगलुरू में ऐसी 9 कंपनियां हैं जो ऐसे लोन देतीं हैं. इस जानकारी के साथ, इंस्पेक्टर गंगाधर की टीम बुधवार की रात बेंगलुरू पहुंची. जहां पहुंचकर पुलिस ने चिनब्बा राजाशेखर को गिरफ्तार कर लिया. दरअसल राजाशेखर ऐसी 9 चीनी कंपनियों के मालिक हैं जो मणिपाल सेंटर एरिया में F668 टेकनोलॉजी के नाम पर हैं. फिलहाल पुलिस के मुताबिक राजाशेखर को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है.
दरअसल इन चीनी कंपनियों ने दोनों इंजीनियर को 9 कंपनियों का कार्यभार संभालने के लिए किसी को नियुक्त करने की जिम्मेदारी सौंपी थी. नागाराज ने अपने जान-पहचान के कुछ लोगों को इसमें शामिल किया था. इन लोगों ने चिनब्बा राजाशेखर का भी नाम था, जिन्होंने से जिम्मेदारी ले ली.