झालावाड़. जिले में जावर थाना क्षेत्र के जतावा गांव में रहने वाले कुछ परिवारों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने तथा गांव में उनका हुक्का पानी तक बंद करने का मामला (social boycott of dalit people in jhalawar) सामने आया है. गांव के ही एक प्रभावशाली एवं बहुसंख्यक समाज के लोगों की ओर से गांव में रहने वाले दलित समाज के लोगों को किसी प्रकार से मदद ना करने, उनसे बातचीत बन्द करने और अपनी दुकानों से किसी भी प्रकार का सामान न देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है.
दलित परिवारों ने इसकी शिकायत जावर थाने के थाना अधिकारी विजेंद्र सिंह को एक लिखित परिवाद देकर की है. इस मामले में जावर थाने के थाना अधिकारी विजेंद्र सिंह ने बताया कि जतावा गांव के निवासी 10-15 बैरवा समाज के लोगों की ओर से गांव के ही लोधा समाज के लोगों पर मानसिक अत्याचार करने ,गांव में उनका हुक्का पानी बंद करने की शिकायत को लेकर एक परिवाद पेश किया है.
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उन्होंने बताया कि गांव में बने एक मंदिर पर बैरवा समाज के लोगों की ओर से पिछले दिनों आराध्य देव बाबा रामदेव का कीर्तन करवाया गया था. इसको लेकर लोधा समाज के लोग उनसे नाराज हो गए तथा उनसे मंदिर पर से कीर्तन को बंद करने के लिए कहा गया. जैसे तैसे दलित परिवारों ने कीर्तन को पूरा किया तब से ही गांव के लोधा समाज व बैरवा समाज में अनबन बनी हुई है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर गांव में समझाइश की जाएगी.
वहीं, पीड़ित परिवारों का आरोप है कि पूरे समुदाय ने एक मत होकर दलित परिवारों को किसी प्रकार की सहायता मुहैया करवाने पर उस व्यक्ति को समाज से बाहर करने तक की चेतावनी जारी की गई है. उन्होंने बताया कि दलित परिवार खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. पीड़ित परिवारों ने कहा कि गांव में फिर से सब लोगों में भाई चारा बना रहे व सब कुछ पहले जैसा हो जाए.