गंगटोक :सिक्किम में बुधवार तड़के बादल फटने से अचानक आई बाढ़ से भारी जानमाल की हानि हुई है. वहीं सुरक्षा बलों को काफी नुकसान हुआ है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि सेना के छह जवानों सहित कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई है. रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को कहा गया कि सिक्किम में अचानक आई बाढ़ में 19 लोग मारे गए और 103 लापता हैं. वहीं, शुक्रवार तक मरने वालों की संख्या 22 हो गई है, जबकि 114 लोग अब भी लापता हैं. शव मुख्य रूप से उत्तरी क्षेत्र में जलपाईगुड़ी जिले में उफनती तीस्ता नदी से बरामद किए गए. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के शुरुआती अनुमान के अनुसार बरामद किए गए 22 शवों में से कम से कम छह सिक्किम में तैनात भारतीय सेना के जवानों के हैं, जो अचानक आई बाढ़ के बाद लापता हो गए थे.
लापता लोगों की तलाश अब तीस्ता नदी के निचले इलाकों में की जा रही है. सिक्किम में लापता सैनिकों का पता लगाने के लिए खोज और बचाव प्रयास जारी हैं. इससे पहले बुधवार शाम को 23 लापता सैनिकों में से एक को बचा लिया गया था. सिक्किम के मुख्य सचिव विजय भूषण पाठक ने कहा, 'चेकपोस्ट के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, लाचेन और लाचुंग में लगभग 3000 लोग फंसे हुए हैं जिनमें 700-800 ड्राइवर हैं. मोटरसाइकिलों पर वहां गए 3150 लोग भी वहां फंसे हुए हैं. सेना और वायु सेना के हेलीकॉप्टरों से सभी को निकाला जा रहा है.
इसके अलावा सेना ने लाचेन और लाचुंग में फंसे लोगों से इंटरनेट के जरिए अपने परिवार से बात कराई. मंगन जिले के चुंगथांग, गंगटोक जिले के डिक्चू, सिंगतम और पाकयोंग जिले के रंगपो से लोगों के घायल होने और लापता होने की सूचना मिली. मंगन जिले में 4 लोगों की मौत हो गई है और 17 लोग लापता बताए जा रहे हैं. इसी तरह गंगटोक में भी पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 22 लोग लापता हैं.