लुधियाना :पंजाब में शिक्षा (Education In Punjab) के स्तर को बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. पिछले दो वर्षों में सरकारी स्कूलों (Government Schools) में नामांकन दर रिकॉर्ड स्तर पर (Enrollment rate at record level) पहुंच गई है. सरकारी स्कूलों में नामांकन दर 2019-20 के मुकाबले 2020-21 में 10.38 फीसदी बढ़ी है. इस बीच छात्रों की संख्या 23.5 लाख से बढ़कर 25.9 लाख हो गई है. शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक साल 2020-21 में सरकारी स्कूलों में 1 लाख 14 हजार 773 नए छात्रों का नामांकन हुआ है. इसके अलावा, प्री-प्राइमरी स्कूलों में साल 2020-21 में प्रवेश दर में रिकॉर्ड 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. सरकारी बनाम निजी स्कूलों की तुलना करें तो छात्रों की नामांकन दर अब लगभग बराबर है. इतना ही नहीं, बड़ी संख्या में छात्र निजी स्कूलों से सरकारी स्कूलों की ओर बढ़ रहे हैं. पिछले साल पंजाब के लुधियाना में प्राथमिक और सेकेंडरी कक्षाओं में सबसे ज्यादा दाखिले हुए थे.
पढ़ें: राज्यसभा के लिए पंजाब से आप के पांच उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित
धार्मिक स्थलों का समर्थन : शिक्षा विभाग अब सरकारी स्कूलों की उपलब्धियों को उजागर करने के लिए धार्मिक स्थलों का सहारा ले रहा है. गुरुद्वारों से घोषणा की जा रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हों और बच्चों का दाखिला स्कूलों में कराया जा सके. गुरुद्वारों से जानकारी दी जा रही है कि सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक किसी विद्यार्थी से शुल्क नहीं लिया जाएगा. इसके मुफ्त स्कूल ड्रेस, किताबें और मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत पौष्टिक भोजन दिए जाने को भी प्रचारित किया जा रहा है.