रिटायरमेंट वाले बयान पर लिया यू-टर्न झालावाड़. राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने शनिवार को झालरापाटन विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है. उन्होंने दोपहर 2.15 बजे के शुभ मुहुर्त पर रिटर्निंग ऑफिसर संतोष मीणा को नामांकन पत्र सौंपा. इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए वसुंधरा राजे ने एक दिन पहले रिटायरमेंट को लेकर दिए बयान से यू-टर्न मार लिया है. उन्होंने रिटायरमेंट की बात को सिरे से नकारते हुए कहा कि वे राजस्थान से कहीं जाने वाली नहीं हैं.
राजस्थान से कहीं नहीं जाऊंगीःमीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में बेटे दुष्यंत सिंह को बोलते देख वह काफी उत्साहित थीं. दुष्यंत का जनता से अच्छा जुड़ाव है, यह देख वह काफी प्रसन्न थीं. इसके प्रतिक्रिया स्वरूप उन्होंने रिटायरमेंट की बात कही थी. उन्होंने कहा कि वह राजस्थान से कहीं जाने वाली नहीं हैं, झालावाड़ से पारिवारिक रिश्ता रहा है. इस दौरान राजे ने कांग्रेस सरकार हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने केवल रेवड़ियां बांटने का काम किया है. उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में भाजपा की सरकार बनेगी.
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एक दिन पहले यह कहा थाः बता दें कि शुक्रवार को झालावाड़ शहर के प्रवीण शर्मा क्रिकेट ग्राउंड में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने रिटायरमेंट को लेकर बयान दिया था. दरअसल, सभा के दौरान पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे सांसद दुष्यंत सिंह ने आक्रमक अंदाज में गहलोत सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने गहलोत सरकार पर झालावाड़ के विकास कार्य को बाधित करने का आरोप लगाया था. इस दौरान मंच पर मौजूद वसुंधरा राजे अपने पुत्र दुष्यंत का भाषण सुनकर गदगद नजर आईं. राजे ने अपने संबोधन में दुष्यंत और मौजूदा भाजपा विधायकों की तारीफ करते हुए कहा था कि अब उन्हें रिटायरमेंट ले लेना चाहिए, पूरा विश्वास है कि सांसद दुष्यंत सिंह और भाजपा के विधायक क्षेत्र की जनता के लिए बेहतर काम करेंगे.
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने शनिवार को नामांकन दाखिल किया नामांकन से पहले की पूजा-अर्चनाःवहीं, झालरापाटन विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करने के लिए वसुंधरा राजे सुबह दरबार की कोठी से निकलने के बाद अचानक अपने रूट में बदलाव कर संघ के जिला संघ संचालक डीके जैन के आवास पहुंचीं. इस दौरान दोनों के बीच 30 मिनट से अधिक समय तक गुप्त मंत्रणा हुई. इसके बाद उन्होंने राड़ी के बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचीं. इस मंदिर के प्रति वसुंधरा राजे की पुरानी आस्था है. हर बार अपने नामांकन के पहले राड़ी के बालाजी मंदिर स्थित पूजा अर्चना कर करतीं आईं हैं. इसके बाद राजे ने अपना नामांकन पत्र विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर संतोष मीणा को 4 सेट में सौंपा. नामांकन के दौरान वसुंधरा राजे के साथ उनके पुत्र दुष्यंत सिंह, केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, जिला महामंत्री नरेंद्र तोमर सहित कई नेता मौजूद रहे.