नई दिल्ली : राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति कैसे मजबूत हो, इसके लिए पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 52 मुश्किल समझे जाने वाले सीटों के लिए विशेष रणनीति बनाने को कहा है. इसके लिए राहुल ने एआईसीसी राजस्थान स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई को एक प्लान बनाने को कहा है, ताकि पार्टी कम से कम इनमें से आधी सीटों पर जीत सुनिश्चित कर सके. 52 में से आधी सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार प्रायः हारते रहे हैं.
गौरव गोगोई ने 28 से 31 अगस्त के बीच प्रदेश की सभी 200 सीटों की बारी-बारी से समीक्षा की थी. इसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि अब वह उन कारणों को ढूंढेंगे जिसकी वजह से कांग्रेस को इन 52 सीटों पर जीतने में मुश्किल क्यों आ रही है ? उम्मीद जताई जा रही है कि वे इन सीटों पर स्थानीय उम्मीदवारों से फीड प्राप्त कर उनके सुझावों पर अमल करेंगे. पार्टी ने विशेष रूप से तीन महासचिवों निजामुद्दीन काजी, वीरेंद्र राठौड़ और अमृता धवन को इन सीटों का दौरा कर ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करने को कहा है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए राजस्थान के प्रभारी वीरेंद्र राठौड़ ने कहा, 'हम चुनौतीपूर्ण सीटों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, यहां पर भाजपा को कड़ी टक्कर प्रदान करेंगे. उम्मीद है कि हमारी पार्टी यहां पर अच्छा पदर्शन करेगी. इन सीटों पर लंबे समय से कांग्रेस का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा है. इन 52 सीटों पर पार्टी केंद्रीय कमेटी की सीधी नजर है और वह निगरानी भी कर रही है. मारवाड़-मेवाड़ क्षेत्र में कुल 70 सीटें हैं, जिनमें से 40 सीटें इन्हीं 52 में से हैं. हम यहां पर अपनी ऊर्जा खर्च कर रहे हैं. अगर हम इनमें से आधी सीटों पर भी अपनी स्थिति बदलने में कामयाब हुए, तो कांग्रेस के लिए यह बड़ी बात होगी. आपको बता दें कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति अच्छी है, लेकिन हमारी स्थिति और बेहतर हो और अच्छी बढ़त मिले, इसके लिए जरूरी है कि इन सीटों पर भी जीत हासिल हो. हमें उम्मीद है कि इस बार हम सफलता प्राप्त करेंगे.'
उन्होंने कहा कि जो फीड उन्होंने प्राप्त किया है, उसके आधार पर मतदाताओं ने कांग्रेस को लेकर सकारात्मक रूझान दिए हैं और इसकी वजह है सरकारी स्कीमों का उन तक पहुंचना, खासतौर पर स्वास्थ्य कवर को लेकर वे काफी पॉजिटिव हैं और दूसरी बड़ी वजह है कि हमारी पार्टी पूरी तरह से एक टीम की तरह काम कर रही है.