नई दिल्ली: मणिपुर में जातीय झड़पों को मंगलवार को 75 दिन हो गए. भाजपा के एक विधायक ने राज्य में वर्तमान हिंसा को अवैध सशस्त्र समूहों और विदेशी आतंकियों के बीच संघर्ष करार दिया जो राज्य और केंद्रीय सुरक्षा बलों के खिलाफ युद्ध छेड़ रहे हैं. मणिपुर में तीसरी बार के भाजपा विधायक राजकुमार इमो सिंह ने ईटीवी भारत से कहा, 'शुरुआत में राज्य में दो जातीय समूहों की भागीदारी के कारण यह एक जातीय संघर्ष था. अब, दूसरा चरण अवैध सशस्त्र समूहों और विदेशी मिलिशिया के बीच संघर्ष का है जो राज्य और केंद्रीय सुरक्षा बलों के खिलाफ युद्ध छेड़ रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि हिंसा के मौजूदा स्वरूप में म्यांमार से आने वाले विदेशी विद्रोह शामिल हो रहे हैं. सिंह ने कहा,'म्यांमार के साथ हमारी सीमा खुली और पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है. हम सभी जानते हैं कि कई सशस्त्र उग्रवादी समूह म्यांमार में शरण ले रहे हैं. वर्तमान स्थिति का फायदा उठाकर, सशस्त्र आतंकी भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ रहे हैं.' विधायक ने जारी हिंसा में किसी तीसरे देश के शामिल होने का भी संकेत दिया. सिंह ने पूछा, 'हथियार और गोला-बारूद कैसे और कहां से आ रहे हैं, अवैध सशस्त्र बलों और विदेशी आतंकियों को इनकी आपूर्ति कौन कर रहा है, और पिछले कुछ महीनों में इस गोला-बारूद की भरपाई कैसे हो रही है?