टोक्यो:टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारत को बैडमिंटन में प्रमोद भगत ने पहला गोल्ड मेडल दिलाया. उन्होंने पुरुष सिंगल्स के SL3 कैटेगरी के फाइनल में डैनियल ब्रेथेल को मात दी. प्रमोद भगत ने 45 मिनट तक चले मुकाबले में डेनियाल को 21-14, 21-17 से मात दी. वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी प्रमोद भगत फाइनल में पहुंचने वाले पहले खिलाड़ी भी बने थे.
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प्रमोद कुमार का सामना ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल ब्रेथेल से था. दोनों के बीच पहले गेम में अच्छा मुकाबला देखने को मिला. पहले गेम में डैनियाल ने शुरुआत में बढ़त लेने की कोशिश की, लेकिन प्रमोद ने अच्छी वापसी के साथ पहला गेम 21-14 से अपने नाम किया.
यह गेम 21 मिनट तक चला. इसके अगले में डैनियाल ने शुरुआत में लंबी लीड बना ली थी. एक समय पर प्रमोद 4-12 से पिछड़ रहे थे. लेकिन उन्होंने शानदार वापसी की और दूसरा गेम 21-17 से अपने नाम किया.
बता दें, प्रमोद भगत ने अब तक 45 अंतरराष्ट्रीय मेडल जीत चुके हैं. इनमें चार बार वर्ल्ड चैंपियनशिप गोल्ड मेडल शामिल है. भगत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहली बार चमके साल 2009 में. उस साल बीडब्ल्यूएफ की पैरा बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने एसएल 3 कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था.
इसके बाद उन्होंने साल 2013, 2015 और 2019 में भी उन्होंने यह खिताब अपने नाम किया. वह फिलहाल वर्ल्ड नंबर दो है. साल 2018 में हुए पैरा एशियन गेम्स में उन्होंने सिंगल्स में गोल्ड और डबल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इसी साल उन्होंने थाईलैंड में हुए पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल टूर्नामेंट भी जीता.
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हालांकि, उनका एक सपना अभी भी बाकी था. वह पैरालंपिक खेलों में देश के लिए गोल्ड जीतने चाहते थे. टोक्यो पैरालंपिक में जब बैडमिंटन को शामिल करने का फैसला किया गया तो प्रमोद की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. वह जानते थे कि अब अपने सपने से कुछ ही कदम दूर हैं. टोक्यो पैरालंपिक में उन्होंने अपनी यह हसरत भी पूरी कर ली.