पटना/सूरत:बिहार के लोग बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में काम करते हैं. ऐसे में दिवाली और छठके समय प्रवासी बिहारी अपने घर आते हैं. यही कारण है कि बिहार आने वाली ट्रेनों में काफी भीड़ हो रही है. स्टेशनों पर लोगों का सैलाब नजर आ रहा है. इस भीड़ को कंट्रोल कर पाने में रेलवे प्रशासन के भी पसीने छूट रहे हैं.
छठ पर घर वापस नहीं आ सके छपरा के विरेंद्र: यात्री खासे परेशान नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि हमारे पास कंफर्म टिकट तो है लेकिन भीड़ के कारण ट्रेन तक पहुंच पाना मुश्किल हो रहा है. लोग लाइन तोड़कर ट्रेनों में चढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. इसका खामियाजा छपरा के एक व्यक्ति को अपनी जान देकर चुकाना पड़ी. मृतक की पहचान छपरा निवासी वीरेंद्र सिंह के रूप में हुई है.
"प्लेटफॉर्म में इतनी भीड़ है कि मैं आधे घंटे तक साइड में जाकर बैठ गया. मेरी टिकट कंफर्म है. भीड़ थोड़ी कम होने के बाद मैं अपनी सीट पर आकर बैठा हूं. लेकिन काफी दिक्कत हो रही है. बिहार जाने वाले लोगों को खासी परेशानी हो रही है. टिकट कंफर्म होने के बावजूद ट्रेन पर चढ़ना मुश्किल हो रहा है. मैंने तीन महीने पहले ही टिकट बुक करा ली थी."-सोनू कुमार यादव, ट्रेन यात्री
"मुझे यहां से प्रतापगढ़ जाना है. कल सुबह चार बजे से स्टेशन पर हैं. खाना लेकर आए थे लेकिन बचा हुआ खाना खराब हो गया. जनरल टिकट लिए हैं. टिकट महंगी हो गई है. बुकिंग पहले से हो गई है. इमरजेंसी में जाना पड़ रहा है. ब्रोकर टिकट बुक करने का बहुत पैसा मांग रहे हैं."- ट्रेन यात्री
'भीड़ में दम घुट रहा है':सूरत स्टेशन पर मौजूद अजय यादव बिहार जा रहे हैं. इस दौरान ट्रेन की खिड़की से किसी तरह से उन्होंने अपना सिर बाहर निकाला और हवा खाने लगे. उनसे जब बात की गई तो उनका कहना था कि भीड़ इतनी ज्यादा है कि सांस लेना मुश्किल हो रहा है.
"मैं बिहार जा रहा हूं. कल रात आठ बजे से स्टेशन पर हूं. ट्रेन में बहुत भीड़ है. सांस लेने में दिक्कत हो रही है. दम घुट रहा है इसलिए खिड़की से थोड़ा बाहर निकला हूं."- अजय सिंह, ट्रेन यात्री
"कल से आए हैं. पुलिस वालों ने कहा लाइन लगा लो सुबह ट्रेन आएगी तो बैठा देंगे. लेकिन जब ट्रेन आई तो लोगों ने पुलिस की एक नहीं सुनी. सब लाइन तोड़कर अंदर घुसने लगे. अब क्या करेंगे, कोई ट्रेन आएगी तो उसमें बैठ जाएंगे."- सोनी सरोज, ट्रेन यात्री