लखनऊ: 'कहां आजाद परिंदों की जिंदगी आसान होती है, कभी बाज से तो कभी शिकारी के जाल से परेशान होती है'. लखनऊ के कुकरैल इलाके में स्थित वन विभाग कार्यालय में करीब ढाई सौ वयस्क तोते व उतने ही 10 दिन के मासूम छोटे बच्चे मौजूद है. इन पंछियों को यूपी एसटीएफ ने बीते 20 मार्च को लखनऊ की नक्खास बाजार से तस्करों के चुंगल से छुड़ाया था. तस्करों को तो जेल भेज दिया गया, वहीं बेजुबान पंछियों को एसटीएफ ने वन विभाग के हवाले कर दिया.
सरकारी दस्तावेज में इन मासूम पंछियों को खिलाने-पिलाने के लिए कोई भी प्रावधान नहीं है. ऐसे में वन विभाग में कार्यरत फॉरेस्ट ऑफिसर जमाल खान और वन्यजीवों के लिए कार्य करने वाले फ़ैज़ इनकी देखभाल कर रहे हैं. फैज़ रोजाना जमाल के ऑफिस आते हैं और अपने हाथ से इन छोटे मासूम तोते के बच्चों को सिरिंज से एक-एक कर खाना खिलाते हैं. इनके बच्चों को खाना खिलाने में जितना भी खर्चा आता है, वह जमाल खुद उठाते हैं.