बर्मिंघम: पैरा-पावरलिफ्टर सुधीर ने गुरुवार को चल रहे कामनवेल्थ गेम्स 2022 में पुरुषों के हैवीवेट फाइनल में 212 किग्रा के सर्वश्रेष्ठ वजन के साथ स्वर्ण पदक जीता. सुधीर ने राष्ट्रमंडल खेलों में पैरा-पावरलिफ्टिंग में भारत का पहला स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने नाइजीरिया के इकेचुकु ओबिचुकु (133.6 अंक) को 0.9 अंकों से हराया. सुधीर ने अपने इवेंट की शुरुआत बिना पसीना बहाए 208 किग्रा भार उठाने के सफल प्रयास के साथ की और 132.0 अंक हासिल किए. अपने दूसरे प्रयास में, उन्होंने 134.5 अंक हासिल करते हुए सफलतापूर्वक 212 किग्रा भार उठाया.
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तीसरे और आखिरी प्रयास में, वह 217 किग्रा भार उठाने में विफल रहे, लेकिन उन्होंने 134.5 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता. सुधीर भारत के लिए पैरा पावरलिफ्टिंग में स्वर्ण जीतने वाले पहले एथलीट बन गए हैं. इससे पहले दिन में, भारतीय पैरा-पावरलिफ्टर्स पदक जीतने में विफल रहे. मनप्रीत कौर ने अपने पहले प्रयास में 88.6 अंक हासिल करते हुए 87 किग्रा की सफल लिफ्ट के साथ शुरुआत की. दूसरे प्रयास में, उसने 89.6 अंक हासिल करते हुए 88 किग्रा भार उठाया. आखिरी प्रयास में वह 90 किग्रा वजन उठाने में विफल रही. पैरा-पावरलिफ्टर सकीना खातून अपने पहले प्रयास में 90 किग्रा भार उठाने में विफल रहीं.
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वहीं, भारत के लॉन्ग जंपर मुरली श्रीशंकर ने भारत को ट्रैक एंड फील्ड में दूसरा पदक दिलाया है. श्रीशंकर ने मेन्स लॉन्ग जंप के फाइनल में 8.08 मीटर के बेस्ट जंप के साथ रजत पदक हासिल किया. इसी के साथ श्रीशंकर राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में लॉन्ग जंप इवेंट में भारत के लिए रजत पदक जीतने वाले भारत के पहले पुरुष एथलीट बन गए हैं. इससे पहले महिलाओं में पूर्व एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज और प्रज्यूषा मलाइखल पदक जीत चुकी हैं. अंजू बॉबी ने 2002 राष्ट्रमंडल खेलों में लॉन्ग जंप में कांस्य और प्रज्यूषा ने 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था. वहीं, पुरुषों में सुरेश बाबू ने 1978 राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता था. यह लॉन्ग जंप में भारत के लिए प्रज्यूषा के बाद दूसरा रजत पदक है.