नई दिल्ली : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने पाकिस्तान से श्रीलंका में हथियारों की तस्करी करने और इससे होने वाली आय का इस्तेमाल द्वीप देश में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) को फिर से मजबूत बनाने में कथित संलिप्तता को लेकर एक श्रीलंकाई नागरिक को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किया गया शख्स तमिल अलगाववादी समूह की खुफिया शाखा का पूर्व सदस्य है.
मामले की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को कुछ चौंकाने वाले सुराग मिले हैं. दरअसल, पाकिस्तान भारत में अराजक्ता पैदा करने के लिए लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल एलम (LTTE) से सहानुभूति रखने वालों का इस्तेमाल कर रहा है.
बता दें कि एनआईए ने हाल ही में एक श्रीलंकाई नागरिक सतकुनम उर्फ साबेसन को तमिलनाडु के वलसरवक्कम स्थित उसके आवास से पाकिस्तान से श्रीलंका में हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया. साबेसन लिट्टे की खुफिया शाखा का पूर्व सदस्य था. पूछताछ के दौरान यह पता चला कि लिट्टे के पुनरुद्धार के लिए हथियारों और ड्रग्स का इस्तेमाल किया जा रहा था.
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसी को पूछताछ के बाद पता चला कि पाकिस्तान स्थित संगठन लिट्टे के पुनरुद्धार में मदद कर रहा है और पूरे भारत में अशांति पैदा करने की कोशिश रहा है. पूछताछ के दौरान साबेसन ने कबूल किया कि पाकिस्तान स्थित संगठन हथियार और ड्रग्स प्राप्त करने में मदद कर रहे हैं.
बता दें कि इस साल की शुरुआत में कॉस्ट गार्ड ने मिनिकॉय पांच एके-47 राइफल, नौ एमएम के हजारों राउंड और 300 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी.
अधिकारी ने कहा कि साबेसन से पूछताछ से हमें मादक पदार्थों की तस्करी और आतंकवादी संगठनों के बीच घनिष्ठ संबंध से जुड़े सुराग भी मिले. यह एक तथ्य है कि पाकिस्तान स्थित कई आतंकवादी संगठन मुख्य रूप से लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद भी अपनी जेहादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए नशीली दवाओं के कारोबार में शामिल हैं.