नई दिल्ली : वरिष्ठ भाकपा नेता और राज्यसभा सांसद बिनॉय विश्वम ने ईटीवी भारत से कहा कि वर्तमान प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के तहत केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप के गलत प्रशासन के आलोक में मैं सभी विपक्षी दलों से एकजुट होकर राष्ट्रपति के सामने एक संयुक्त प्रतिनिधित्व प्रस्तुत करने का आह्वान करता हूं. जिसमें जनविरोधी नीतियों को रद्द करने और प्रशासक को वापस बुलाने का आह्वान किया गया है.
उन्होंने कहा कि सभी संसदीय कार्यवाही के गैर-कार्यशील होने के कारण संसद सदस्यों के पास सरकार को अपनी चिंताओं को व्यक्त करने के लिए इस तरह का अभ्यावेदन ही एकमात्र तंत्र है. बिनॉय विश्वम ने कहा कि वर्तमान प्रशासन के तहत लक्षद्वीप के केंद्र शासित प्रदेश ने प्रशासनिक निर्णयों और नीतिगत परिवर्तनों की एक श्रृंखला देखी है जो सीधे लक्षद्वीप के लोगों के हितों के खिलाफ जाते हैं.
इन फैसलों में दो से अधिक बच्चों वाले लोगों के पंचायत चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध, प्रशासन द्वारा नियोजित कई कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों की मनमानी समाप्ति से लेकर केंद्र शासित प्रदेश में गुंडा अधिनियम की शुरुआत, बीफ पर प्रतिबंध शामिल है. ये निर्णय स्पष्ट रूप से अलोकतांत्रिक हैं और लक्षद्वीप के लोगों को परेशान करते हैं.
लक्षद्वीप विकास प्राधिकरण विनियमन 2021 का मसौदा लक्षद्वीप में कस्बों के विकास के लिए प्रस्तावित विनियमन है. विनियमन लक्षद्वीप के निवासियों के स्वामित्व वाली भूमि संपत्तियों का टाउनशिप के लिए अधिग्रहण, परिवर्तन और हस्तांतरण के विकास के लिए कई प्रावधान प्रदान करता है. इसके अलावा यह लक्षद्वीप में भूमि संपत्तियों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव करता है.
वास्तव में नए नियमों ने कई अन्य नेताओं की भौंहें चढ़ा दी हैं. कांग्रेस सांसद और गृह मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष आनंद शर्मा ने भी इस संबंध में गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. दिलचस्प बात यह है कि संसदीय समिति ने मार्च में राज्यसभा में पेश अपनी रिपोर्ट में गृह मंत्रालय को लक्षद्वीप के विकास पर समय-समय पर बैठकें आयोजित करने का सुझाव दिया है क्योंकि यह एक
समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि गृह मंत्रालय संरचित योजना और समग्र आर्थिक विकास के मामलों को यूटी प्रशासन, शिपिंग मंत्रालय सहित संबंधित एजेंसियों, यूटी के संसद सदस्य और अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ उठा सकता है. इससे केंद्र शासित प्रदेश की विकास संबंधी समस्याओं का समाधान निकालने में भी मदद मिलेगी.