पटना: बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर विपक्षी नेताओं की बैठक हुई. करीब 4 घंटे चली इस बैठक में 15 दलों के नेता मौजूद रहे. बैठक में नीतीश कुमार को संयोजक बनाने पर चर्चा हुई, लेकिन फैसला अभी नहीं हुई. साथ ही, केंद्र के अध्यादेश, सीट बंटवारे और कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर चर्चा हुई. अब अगली बैठक शिमला में होगी.
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नीतीश कुमार (JDU) :बिहार के मुख्यमंत्री व जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि, आज कई पार्टियों की बैठक हुई. सबने अपनी बात रखीं. अच्छी मुलाकात हुई है. एक साथ चलने और चुनाव लड़ने पर सहमति बनी. अगली बैठक कुछ दिनों के बाद होगी, जिसमें आगे की दशा और दिशा तय होगी. कांग्रेस इस बैठक को आयोजित करेगी.
मल्लिकार्जुन खरगे (Congress) :कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि,हम सभी मिले. एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने के लिए कॉमन एजेंडा तैयार करने पर चर्चा हो रही है. अगली बैठक शिमला में होगी. 12 जुलाई या किसी और दिन बैठक होगी, अगले कुछ दिनों में यह तक कर लेंगे. हर राज्य में अलग-अलग तरीके से चलना होगा. हर स्ट्रैटजी हर राज्य में नहीं चलेगी. एक होकर 2024 की लड़ाई हम लोगों को लड़ना है. हम जरूर कामयाब होंगे.
राहुल गांधी (Congress) :कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा किनीतीश जी ने आज लंच में हमें बिहार की सारी डिसेज खिलाई. लिट्टी चोखा, गुलाब जामुन मैंने सब खाया. राहुल ने आगे कहा कि ये विचारधारा की लड़ाई है. हम सब एक साथ खड़े हैं. डिफरेंसेज होगा, लेकिन एक साथ काम करेंगे और विचारधारा की रक्षा करेंगे. अगले कुछ दिनों में फिर बैठेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे.
ममता बनर्जी (TMC) :पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा कि, बैठक में अच्छी चर्चा हुई. पटना में मीटिंग मैंने नीतीश जी को बोला था. यहां बैठक होने से जनआंदोलन की शुरुआत होती है. पटना से शुरुआत हुआ है, तीन मुद्दों पर बात हुई. हम एकजुट है. हम एक साथ लड़ेंगे. अगली बैठक शिमला में होगी.
ममता ने आगे कहा कि बीजेपी का तानाशाही सरकार, हम लोगों की चुनी हुई सरकार को अलग थलग कर दिया. वो लोग जो मर्जी चाहते है करते है. कुछ बोलते है तो सीबीआई, ईडी को पीछे लगा देते है. मीडिया को कंट्रोल करते है. लेकिन ये लोग बेरोजगारी की बात नहीं करते है, आम लोगों की चिंता नहीं करते है, दलितों की बात नहीं करते है. जितना भी तानाशाही बीजेपी सरकार लाएगी, हम लोग उसके खिलाफ लड़ेंगे. भले ही हमारा खून बह जाय लेकिन जनता की रक्षा करेंगे. बीजेपी इतिहास को बदलना चाहती है. लेकिन हम इतिहास को बिहार की धरती से बदलेंगे.
महबूबा मुफ्ती (PDP) : जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री वह पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ति ने कहा कि,जो देश के अंदर हो रहा है. जम्मू कश्मीर इसका उदाहरण है. आज जब हम देख रहे है देश के अंदर लोगों के साथ व्यवहार हो रहा है, इसलिए आज हम सब यहां जमा हुए हैं. हमारी कोशिश रहेगी की गांधी के मुल्क को गोडसे का मुल्क नहीं बनने देंगे.
उद्धव ठाकरे (शिवसेना-बालासाहब) : बैठक के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि यहां सभी प्रमुख नेता मौजूद हैं. स्वभाविक है हमारे विचारधारा अलग हों, लेकिन देश एक है. इसलिए आज हम एक साथ यहां हैं. जो देश के प्रजातंत्र पर आघात करेगा, उसका मिलकर सामने करेंगे. जो देश में तानाशाही लाना चाहेंगे, उसका विरोध करेंगे.
उमर अब्दुल्ला (NC): जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि, मकसद हमारा ताकत हासिल करना नहीं है. ये सत्ता की लड़ाई नहीं है, ये मुल्क को बचाने की लड़ाई है. हम मिल चुके हैं, इस देश को बर्बादी से बचाने के लिए, सही मायने में जम्हूरित को जिंदा करने के लिए. बड़ा अच्छा लगा, कल वजीरे ए आजम को अमरीका में जम्हूरियत की बात करते हुए. लेकिन यही जम्हूरियत कश्मीर में क्यों नहीं है. इस तरह की बैठक होनी चाहिए. चार राज्यों में चुनाव होने हैं. चुनाव की तैयारी का ये पहला कदम है. आगे भी अच्छे निर्णय होंगे.
सीताराम येचुरी (CPIM) :माकपा महसचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि, हम सब को मिलकर मुल्क के चरित्र का हिफाजत करना है. संविधान के स्तंभों के ऊपर हमला हो रहा है. इसे बचाना है. इसलिए हम सब इकट्ठा हुए हैं. आगे कई सारे आंदोलन होंगे. महंगाई, बेरोजगारी सब पर बात होगी. राज्यों में चुनावी तालमेल पर भी बात होगी, ताकि बीजेपी को फायदा नहीं मिल सके.
दीपांकर भट्टाचार्या (CPI ML) :भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्या ने कहा कि एक अच्छी शुरूआत हुई है. हम लोगों ने तय किया कि आज हम जिस मोड़ पर है, बीजेपी सत्ता छोड़कर कुछ नहीं समझ रही. मणिपुर जल रहा है, लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है. बिहार सबसे ज्यादा आंदोलनों का प्रदेश है, इसलिए बिहार से देश को बचाने के लिए पूरी कोशिश करेंगे.
हेमंत सोरेण (JMM) :झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता व झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि, वर्तमान में देश के हालात को लेकर चर्चा हुई. आज इस लोकतंत्र में कुछ चीजों पर बहुत तेजी से प्रहार दिखाई दे रहा है. आज आम लोगों के अंदर किसान, मजदूर, पढ़ें लिखा बेरोजगारों के अंदर क्या सोच है आप जानते है. इस देश की दुनिया में एक छवि, अनेकता में एकता रही है, जिसका लोहा दुनिया ने माना, उसमें भी दरार पड़ रही है. उसे ठीक करना पड़े. अलग-अलग विचारधारा के लोग यहां हैं, कई मुद्दों पर आज चर्चा हुई.
अखिलेश यादव (SP) :समाजवादी पार्टी के प्रमुख व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा किआज केवल दल नहीं देश के नेता यहां मिल रहे हैं. हम सभी दल मिलकर काम करेंगे, देश कैसे आगे बढ़े इस पर काम करेंगे.
लालू यादव (RJD) : आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने कहा कि हम पूरी तरह से फिट हो गए हैं और पूरी तरह से नरेन्द्र मोदी को फिट कर देंगे. सभी लोगों ने खुलकर बात की. यहां तय हो गया कि शिमला में अगली बैठक होगी. आगे की रणनीति शिमला में तय होगी. एक होकर लड़ना है. लोग कहते थे आप लोग एकजुट नहीं है, इसलिए बीजेपी वाले जीत जाते हैं. नरेन्द्र मोदी अमेरिका में चंदन का लकड़ी बांट रहे हैं.
कौन-कौन हुए शामिल :विपक्षी दलों की बैठक में 15 पार्टी के 27 नेता शामिल हुए. नीतीश कुमार, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, एमके स्टालिन, मल्लिकार्जुन खड़गे, भगवंत मान, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन, उद्धव ठाकरे, शरद पवार, लालू प्रसाद, अखिलेश सिंह यादव, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ़्ती, टीआर बालू, दीपंकर भट्टाचार्य, तेजस्वी यादव, अभिषेक बनर्जी, डेरेक ओ'ब्रायन, केसी वेणुगोपाल, सुप्रिया सुले, मनोज झा, फिरहाद हकीम, प्रफुल्ल पटेल, राघव चड्ढा और संजय सिंह. संजय राऊत, राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह, संजय झा, सीताराम येचुरी, आदित्य ठाकरे डी राजा शामिल हुए.