बलिया (उत्तर प्रदेश) : भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सहयोगी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) ने रविवार को भविष्य में भाजपा के साथ किसी प्रकार के गठबंधन से इंकार करते हुए आरोप लगाया कि वहां पिछड़े वर्ग के नेताओं की हालत गुलामों जैसी है. उन्होंने कहा कि वह भाजपा के किसी नेता के सम्पर्क में नहीं हैं.
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रह चुके सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने रविवार को बातचीत में भविष्य में भाजपा से गठबंधन करने से साफ साफ इंकार कर दिया. उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी यदि उन्हें न्योता देते हैं तो भी वह उनसे नहीं मुलाकात करेंगे.
पढ़ें -कांग्रेस को व्यापक सुधारों की आवश्यकता है : सिब्बल
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश 2017 विधानसभा चुनाव से पहले राजभर की पार्टी ने भाजपा से गठबंधन किया था और यह करार अमित शाह की मौजूदगी में हुआ था. उन्हें भाजपा ने आठ सीटें दी थीं जिनमें चार सीटों पर राजभर समेत उनकी पार्टी के उम्मीदवार जीते थे. राजभर को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया लेकिन कुछ माह बाद ही भाजपा से उनकी दूरी बढ़ती गई और अंततः उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया.