मैसूर :गैंगरेप मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इस मामले के पांचों आरोपियों को तमिलनाडु के सत्यमंगलम से गिरफ्तार किया है. कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा, 'मैसूर गैंगरेप मामले में पुलिस का ऑपरेशन सफल रहा है.'
वहीं, डीजीपी प्रवीण सूद का कहना है कि मैसूर गैंगरेप मामले में गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी तमिलनाडु के दिहाड़ी मजदूर हैं. मैसूर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए प्रवीण सूद ने कहा, 'गिरफ्तार आरोपी तिरुपुर, तमिलनाडु के हैं और यहां ड्राइवर, बढ़ई और अन्य दिहाड़ी मजदूरों के रूप में काम कर रहे थे. उनमें से एक नाबालिग है लेकिन उसकी उम्र की अभी पुष्टि नहीं हुई. 6 आरोपियों में से हमने 5 को गिरफ्तार किया है. एक आरोपी अभी फरार है.
डीजीपी प्रवीण सूद ने बताया कि उनसे पूछताछ अभी की जा रही है. उनमें से एक कारपेंटर, एक वायरमैन जबकि दो ड्राइवर हैं. एक सब्जी बेचता है. आरोपियों की गिरफ्तारी पहली स्टेप है, अभी बहुत कुछ बाकी है. इन लोगों ने गंभीर अपराध किया है.
प्रवीण सूद ने कहा कि आरोपियों ने सातवीं और आठवीं तक की पढ़ाई की है और कुछ ड्रॉप आउट हैं. सभी आरोपी अक्सर मैसूरु सब्जी बाजार में आते थे और शराब का सेवन करते थे और साथ ही तमिलनाडु में अपने मूल स्थान वापस जाने से पहले पार्टी करते थे, दुर्भाग्य से, उन्होंने कपल को रास्ते में ढूंढ लिया और उन्हें उस दिन निशाना बनाया.
ऑपरेशन में शामिल टीम को 5 लाख का इनाम
डीजीपी ने कहा कि यह एक ब्लाइंड केस था. तकनीकी और वैज्ञानिक सबूतों पर जांच की गई है. एडीजीपी (कानून व्यवस्था) प्रताप रेड्डी ने मैसूरु में चार दिनों तक तैनात रहकर जांच की निगरानी की.
आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि है और मामले में काफी जांच की जरूरत है. यह कहना मुश्किल है कि रेप की योजना बनाई गई थी लेकिन रेप आखिर रेप है. उन्होंने कहा कि हम मामले में जल्द से जल्द आरोप पत्र दाखिल करेंगे और अदालत से अनुरोध करेंगे कि आरोपी व्यक्तियों को दोषी ठहराने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए.