जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में एमपी गौ-संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष अखिलेश्वरानंद गिरि महाराज ने केंद्र सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को एक पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने नेशनल हाईवे पर एक्सीडेंट की वजह से मरने वाले गौवंश पर चिंता जताई थी, इसके समाधान के लिए मध्य प्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष ने गौठान बनाने का एक प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा है. उन्होंने गौठान का नक्शा भी केंद्र सरकार को दिया है.
गौ हत्या रोकने के बाद खड़ी हुई समस्या: गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष अखिलेशआनंद गिरी महाराज का कहना है कि "यदि इस तरह के गौठान बनाए जाते हैं, तो सड़क पर मरने वाले बेकसूर जानवरों को बचाया जा सकता है. दरअसल मध्य प्रदेश में बीते कुछ सालों में 2 बड़े परिवर्तन हुए. पहला परिवर्तन गौ हत्या पर प्रतिबंध और दूसरा चौड़ी लंबी तेज रफ्तार वाली सड़कें. इन दोनों की वजह से एक नई समस्या खड़ी हुई. जिसकी वजह से सड़कों पर जानवर मारे जा रहे हैं. दरअसल, गौ हत्या पर प्रतिबंध लगने के गौवंश की खरीद बिक्री पर बड़ा असर पड़ा और पहले जो अनुपयोगी जानवर बाजार में बिक जाते थे. अब उन्हें कोई भी बेचता नहीं है. इसलिए लोगों ने इन्हें सड़कों पर छोड़ना शुरू कर दिया.
पक्के फर्श पर बैठना पसंद करती है गाय: इन आवारा जानवरों को लोग अपने खेतों में नहीं घुसने देते. वहां से उन्हें खदेड़ दिया जाता है. ऐसी स्थिति में यह जानवर सड़कों पर बैठ जाते हैं. खासतौर पर बरसात के मौसम में इन जानवरों के पास सड़क पर बैठने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होता, क्योंकि गीली मिट्टी में बैठने में गाय को परेशानी होती है. सड़क पर बैठे हुए जानवर तेज रफ्तार सड़कों पर बड़े वाहनों की चपेट में आते हैं.