नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी 10 जून को होने वाले राज्यसभा द्विवार्षिक चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों की सूची में शामिल नहीं है. मंगलवार को नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था. नकवी 7 जुलाई 2022 को उच्च सदन से सेवानिवृत्त हो रहे हैं. सूत्रों के अनुसार भाजपा ने अपने सभी पार्टी नेताओं को राज्यसभा के अधिकतम तीन कार्यकाल देने पर रोक लगा दी है और नकवी वर्तमान में सदन में अपना तीसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के रामपुर के रहने वाले नकवी को आजम खान द्वारा खाली की गई लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार बना सकती है. इस सीट पर इस साल 23 जून को उपचुनाव होना है.
ऐसी भी अटकलें हैं कि अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री को राज्यपाल बनाया जाएगा क्योंकि पिछले कुछ समय से राज्यों में सरकारों के लिए कई पद खाली हैं. भाजपा द्वारा नकवी को उच्च सदन में फिर से नामित करने से इनकार करने और सैय्यद जफर इस्लाम या एमजे अकबर के लिए कोई राज्यसभा नामांकन नहीं होने के कारण- दोनों का कार्यकाल जल्द ही पूरा हो रहा है- पार्टी के पास अब संसद में किसी भी सदन से कोई मुस्लिम सदस्य नहीं है.