छपराःबिहार के सारण जिले के तरैया थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों के छह लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत (Six died due to spurious liquor in saran) हो गई, उनके परिवार के सदस्यों ने शुक्रवार को यह दावा किया. पुलिस को अभी जवाब देना बाकी है. मौतें गुरुवार शाम को हुई थीं और मृतकों के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारी शुक्रवार की सुबह आए और उन्हें अपने बयान बदलकर यह कहने के लिए मजबूर किया कि उनकी मौत 'कटहल की सब्जी' और चावल खाने से हुई.
परिजनों का दावा- जहरीली शराब पीने से गई जान : बता दें कि 23 अप्रैल को जहरीली शराब पीने के बाद से अबतक एक के बाद एक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे पहले 24 अप्रैल को तीन लोगों की मौत हुई थी, उसके बाद फिर दो लोगों की मौत हुई थी. जिसकी पुष्टि प्रशासन ने नहीं की थी. वहीं, नवारत्नपुर गांव के अखिलेश ठाकुर की जहरीली शराब पीने से आंख की रोशनी चली गई थी, जिसका इलाज पटना के निजी अस्पताल में चल रहा था. 28 अप्रैल को उसकी भी मौत हो गई. मृतकों की पहचान नवरतनपुर के दारसी साव और अखिलेश ठाकुर, तरैया के विक्की कुमार सिंह, पोखरेड़ा के संजय पासवान, चैनपुर गांव के नगीना सिंह और मदन मोहन के रूप में हुई है.
'बयान बदलने के लिए दवाब बना रहे शराब माफिया' : ग्रामीणों की माने तो शराब माफिया उन पर इस मुद्दे को लेकर चुप रहने का दबाव बना रहे हैं. परिजनों ने दावा किया कि जिन लोगों की मौत हुई, उन्होंने बुधवार की शाम व गुरुवार की सुबह शराब पी, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई. वहीं, अखिलेश ठाकुर की मौत की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इस पूरे मामले में अखिलेश ठाकुर के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया है.