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डेल्टा प्लस : महाराष्ट्र में कोविड-19 का प्रसार रोकने के लिए नये दिशानिर्देश

कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट की गंभीरता को देखते हुए महाराष्ट्र में सख्ती की जा रही है. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कई पाबंदियों की घोषणा की गई है. नई पाबंदियों के तहत सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 50 फीसदी उपस्थिति होगी. विवाह समारोह में अधिकतम 50 और अंत्येष्टि में 20 लोगों की ही अनुमति होगी.

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Published : Jun 25, 2021, 6:04 PM IST

Updated : Jun 25, 2021, 6:45 PM IST

मुंबई : महाराष्ट्र में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट की गंभीरता को देखते हुए सख्ती बरतने की तैयारी की जा रही है. मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी तीन पेज के दस्तावेज में कई पाबंदियों की घोषणा की गई है. महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को अपनी पांच स्तरीय अनलॉक योजना के तहत दी गई कुछ छूटों को सख्त कर दिया है. राज्य सरकार ने कहा कि स्तर 1 और 2 के तहत दी गई छूट को समाप्त कर दिया गया है.

सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक शॉपिंग मॉल और थियेटर को बंद रखा जाएगा. साथ ही रेस्त्रां को 50 प्रतिशत की कैपेसिटी के साथ शाम चार बजे तक ही खोलने की इजाजत होगी.

महाराष्ट्र में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट पर सख्ती, मुख्यमंत्री कार्यालय ने की पाबंदियों की घोषणा (पेज-2)

मेडिकल, जरूरी चीजों और महिलाओं के लिए लोकल ट्रेनें प्रतिबंधित रहेंगी. सार्वजनिक स्थान/चलने और साइकिल चलाने के लिए खुले मैदान सुबह 5 बजे से 9 बजे तक ही खुले रहेंगे. इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 50 फीसदी उपस्थिति होगी.

महाराष्ट्र में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट पर सख्ती, मुख्यमंत्री कार्यालय ने की पाबंदियों की घोषणा (पेज-3)

इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 50 फीसदी उपस्थिति होगी. विवाह समारोह में अधिकतम 50 और अंत्येष्टि में 20 लोगों की ही अनुमति होगी. नए दिशानिर्देशों के तहत, राज्य अब साप्ताहिक कोरोना पॉजिटिविटी रेट के लिए केवल RT-PCR परीक्षणों पर विचार करेगा.

राज्य सरकार ने कहा है कि भीड़भाड़ वाले कार्यों, सभाओं और सभाओं को प्रतिबंधित कर दिया गया है. जिलों को अनलॉकिंग के अगले स्तर तक अपग्रेड करने के लिए दो सप्ताह की गिरावट की प्रवृत्ति की जांच की जाएगी.

कई जिलों में सख्ती बरतने का निर्देश
इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने महाराष्ट्र के रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली, कोल्हापुर और हिंगोली जिलों के कलेक्टरों को कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए योजना बनाने का निर्देश दिया था. मुख्यमंत्री ठाकरे ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रतिबंधों में ढील देने में जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए और वायरस के प्रसार को देखते हुए स्थानीय प्रशासन को लापरवाही नहीं करनी चाहिए. रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली, कोल्हापुर और हिंगोली जिले में संक्रमण के अधिक मामले सामने आ रहे हैं.

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मुख्यमंत्री ने गुरुवार को जिलाधिकारियों को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग को संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर सभी जिलों में ऑक्सीजन बिस्तर, आईसीयू बिस्तर और फील्ड अस्पताल स्थापित करने की योजना बनानी चाहिए.

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ठाकरे ने कहा था कि वर्तमान में दूसरी लहर, डेल्टा प्लस प्रकार और तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य अवसंरचना को बेहतर बनाना आवश्यक है. स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास ने कहा कि राज्य में संक्रमण की दर घटकर 0.15 प्रतिशत रह गई है लेकिन उक्त सात जिलों में यह दर दोगुनी या तिगुनी है.

Last Updated : Jun 25, 2021, 6:45 PM IST

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