मुंबई :राष्ट्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल अमन लेखी ने अदालत से कहा कि याचिका के पीछे असली भूमिका महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की है जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार और जबरन वसूली के आरोपों की जांच सीबीआई कर रही है.
लेखी ने न्यायमूर्ति नितिन जामदार और न्यायमूर्ति एस वी कोतवाल की पीठ के समक्ष दोहराया कि देशमुख संबंधी जांच में पूछताछ के लिए कुंटे और पांडेय को जारी समन रद्द करने के अनुरोध वाली महाराष्ट्र सरकार की याचिका इस जांच को बाधित करने का प्रयास है.
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने यह दिखाने के लिए सबूत एकत्र किए हैं कि जब देशमुख राज्य के गृह मंत्री थे, तब महाराष्ट्र पुलिस स्थापना बोर्ड ने राज्य पुलिस अधिकारियों के तबादलों और तैनाती को लेकर की गई कई सिफारिशों को खारिज कर दिया था.