गुवाहाटी :असम में 18 से 44 आयु वर्ग के लिए कोविड-19 टीकों की कमी की ओर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार को कहा कि राज्य के पास फिलहाल युवा आबादी के लिए केवल 20 हजार से 25 हजार खुराकें ही बची हैं.
गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) का दौरा करते वक्त सरमा ने यहां कहा कि राज्य का 15 अगस्त तक अपनी 30 प्रतिशत आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य है, बशर्ते उसे जरूरत के मुताबिक खुराकें उपलब्ध हों.
उन्होंने कहा, इस वक्त 18-44 आयु वर्ग के लिए कोई टीका नहीं है और केवल 20,000 से 25,000 खुराकें बची हैं. मैंने दो कंपनियों (टीकों की आपूर्ति करने वाली) से कल बात की और उन्होंने जून तक इस समूह के लिए सात लाख खुराकों की आपूर्ति का वादा किया है.
असम और देश के ज्यादातर हिस्सों में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड और भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन टीके ही उपलब्ध हैं.
सरमा ने कहा कि 18-44 आयु वर्ग के लिए टीकों की खेप के पांच से छह जून के बीच असम पहुंचने की संभावना है, जिसके चलते इस आयु वर्ग में लोगों के टीकाकरण की गति अगले महीने के पहले हफ्ते तक धीमी रहेगी और युवाओं से धैर्य रखने की अपील की.
उन्होंने कहा कि मई में 4.5 लाख टीकों की उपलब्धता की तुलना में 18-44 आयु वर्ग के लिए राज्य को जून में सात लाख टीके मिलेंगे.
हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि 45 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए टीकाकरण बिना किसी असर के जारी रहेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर टीके उपलब्ध रहते हैं तो उनकी सरकार का 15 अगस्त तक राज्य की 3.2 करोड़ आबादी में से 30 प्रतिशत को टीका लगाने का लक्ष्य है.
सरमा ने कहा, अगर हमें टीके मिलते हैं तो हमारा लक्ष्य 15 अगस्त तक 1.1-1.2 करोड़ लोगों को टीका लगाने का है. हमें उम्मीद है कि टीकों की उपलब्धता उस वक्त तक सुधर जाएगी.
टीकाकरण की कुल दर के बारे में उन्होंने कहा, जून में मई की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक और जुलाई में 50 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। अगस्त में, हमें अधिशेष टीके मिलने की उम्मीद है, जिसका अर्थ है कि हर कोई जब टीका लगवाने आएगा तो उसे टीका मिलेगा.