एमसीबी:जनकपुर क्षेत्र के लोगों के लिए बुधवार सुबह राहत भरी खबर आई है. दहशत का पर्याय बना तेंदुआ ग्राम नौडिया में रखे पिजरे में फंस गया. वन अमले के साथ क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली. बीते एक सप्ताह से तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की जा रही थी. वनविभाग की ओर से आदमखोर तेंदुए की लगातार निगरानी की जा रही थी. आदमखोर तेंदुए को पकड़ने पहले बकरी फिर मुर्गा और अब कुत्ते को चारा बनाया गया था.
एक महीने से आतंक के साए में जी रहे थे लोग:मनेंद्रगढ़ वन मंडल के जनकपुर और कुंवारपुर परिक्षेत्र में बीते एक महीने से तेंदुए का आतंक था. आदमखोर तेंदुआ अब तक तीन लोगों की जान ले चुका है, वहीं एक को गंभीर रूप से घायल कर चुका है. 15 जनवरी को हुई घटना के बाद राज्य स्तर पर वन विभाग में हलचल तेज हुई. घटना के दूसरे दिन वाइल्ड लाइफ के पीसीसीएफ जनकपुर पहुंचे, सीसीएफ सरगुजा के साथ वन्य प्राणी के सीसीएफ, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक और मनेंद्रगढ़ वन मंडल के डीएफओ दो दिन से तेंदुए की खोज में जनकपुर में डेरा डाले रहे.