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Watch : कुकी-चिन आतंकवादी मैतेई के घरों पर ड्रोन से फेंक रहे बम : दिल्ली मैतेई फोरम

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Published : Jul 28, 2023, 9:30 PM IST

मणिपुर हिंसा के मामले में मैतेई समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों ने चौंकाने वाला दावा किया है. उनका कहना है कि चिन-कुकी से जुड़े उग्रवादी ड्रोन के जरिए बमबारी कर रहे हैं. ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट.

Dr Seram Rojesh
दिल्ली मैतेई फोरम के प्रवक्ता डॉ. सेराम रोजेश

देखिए वीडियो

नई दिल्ली: मणिपुर के मैतेई समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों ने शुक्रवार को दावा किया कि चिन-कुकी उग्रवादी मणिपुर के विभिन्न स्थानों में मैतेई घरों पर बमबारी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं.

दिल्ली मैतेई फोरम के प्रवक्ता डॉ. सेराम रोजेश ने कहा, 'इस बात की पूरी संभावना है कि चिन-कुकी आतंकवादी हमारे क्षेत्रों पर बमबारी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं.'

दिल्ली मैतेई फोरम के फेसबुक पेज पर एक वीडियो में दिखाया गया है कि कथित तौर पर चिन-कुकी आतंकवादी संगठनों के कुछ अज्ञात व्यक्ति ड्रोन के साथ बमों को टैग करते हैं और उन्हें घरों और कुछ अन्य स्थानों पर गिराते हैं.

रोजेश ने कहा, 'हम ऐसी गतिविधियों के सभी दस्तावेज एकत्र कर रहे हैं जहां चल रही हिंसा में चिन-कुकी उग्रवादी समूहों द्वारा अत्याधुनिक हथियारों और गोला-बारूद का इस्तेमाल किया गया है. हम गृह मंत्रालय को सौंपने के लिए रिपोर्ट संकलित कर रहे हैं.'

उन्होंने कहा, इस बात के स्पष्ट सबूत हैं कि चिन-कुकी आतंकवादी मौजूदा जातीय संघर्ष में शामिल हैं और वे अत्याधुनिक हथियारों और गोला-बारूद का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.

रोजेश ने कहा कि 'राज्य और केंद्र सरकार दोनों को मणिपुर को अलग करने के उनके नापाक इरादे को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.' आरोप है कि मणिपुर में मौजूदा जातीय हिंसा में मणिपुर और पड़ोसी म्यांमार के कुकी-चिन उग्रवादी शामिल हैं. चिन शब्द का प्रयोग म्यांमार के पड़ोसी चिन राज्य के लोगों के लिए किया जाता है जबकि मणिपुर में चिन को कुकी कहा जाता है.

भारत-म्यांमार सीमा के कारण म्यांमार के उग्रवादी आसानी से भारत में घुसकर अपनी भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं. जब सुरक्षा प्रतिष्ठान के एक वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने आतंकवादियों द्वारा बमबारी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने के मामले पर बोलने से इनकार कर दिया.

अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर ईटीवी भारत को बताया, 'मैं जो कह सकता हूं वह यह है कि दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ आग्नेयास्त्रों का उपयोग करने में शामिल हैं.'

इस बीच, इस संवाददाता से बात करते हुए मणिपुर कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन के प्रवक्ता सेलेन हाओकिप ने कहा कि गृह मंत्रालय के साथ उनकी बैठक सही दिशा में चल रही है.

हाओकिप ने कहा कि 'हां, बातचीत फिर से शुरू हो गई है और इसमें अच्छी प्रगति हो रही है. मणिपुर में अलग कुकी प्रशासन को परिभाषित करने पर चर्चा हो रही है. समाधान और शीघ्र राजनीतिक समाधान की आशा है.'

गौरतलब है कि गृह मंत्रालय के पूर्वोत्तर मामलों के सलाहकार एके मिश्रा ने बुधवार और गुरुवार को नई दिल्ली में यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (यूपीएफ) और कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (केएनओ) के प्रतिनिधियों के साथ लगातार दो बैठकें कीं. बैठक में इंटेलिजेंस ब्यूरो के संयुक्त निदेशक मंदीप सिंह तुली भी मौजूद थे.

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने संवाददाता को बताया कि यह बैठक मुख्य रूप से कुकी की अलग प्रशासन की मांग को लेकर हुई. गृह मंत्रालय मैतेई समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों के साथ भी बातचीत कर रहा है क्योंकि उन्होंने गुरुवार को मणिपुर इंटीग्रिटी (COCOMI) की समन्वय समिति के सदस्यों से मुलाकात की.

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