चंडीगढ़ :देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से चंडीगढ़ में भी अलर्ट जारी कर दिया है. पर्यावरण विभाग ने संबंधित विभागों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. विभाग की ओर से फील्ड कर्मचारियों को कहा गया है कि यदि वन क्षेत्र में किसी पक्षी की मौत होती है तो उसकी तुरंत जानकारी दी जाए और पक्षी के नमूने लेकर जांच की जाए. हालांकि अभी तक चंडीगढ़ में किसी भी पक्ष में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं मिले हैं.
हालांकि बर्ड फ्लू को फैलने से रोकने के लिए सरकार अपने स्तर पर काम कर रही है, लेकिन आम लोगों को भी इसमें काफी सावधानी बरतने की जरूरत है. जिसको लेकर ईटीवी भारत ने चंडीगढ़ पीजीआई के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डॉ. रविंद्र खैवाल से बात की.
बर्ड फ्लू बचाव में भी प्रभावशाली है सोशल डिस्टेंस और मास्क
उन्होंने बताया कि बर्ड फ्लू से बचने के लिए हमें कई तरह की सावधानियां बरतने की जरूरत है. कोरोना की वजह से हम पहले से ही कई सावधानियां बरत रहे हैं. जैसे हम मास्क पहन रहे हैं एक दूसरे से दूरी बनाकर रखते हैं और हाथों को बार-बार सैनिटाइज भी कर रहे हैं. अगर हम इन सावधानियों को गंभीरता से बरतें, तो करोना के साथ-साथ बर्ड फ्लू से भी बचे रह सकते हैं.
'नॉनवेज फूड से नहीं फैलता है बर्ड फ्लू'
उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां भी हैं जैसे नॉन वेजिटेरियन खाना खाने से या अंडे खाने से बर्ड फ्लू फैल सकता है, जबकि ऐसा नहीं है. बशर्ते किसी ने कच्चा अंडा या ऐसा नॉन वेजिटेरियन खाना खाया हो जो ठीक से पका ना हो. ऐसा खाना खाने से बर्ड फ्लू हो सकता है. लेकिन अगर खाना ठीक से पका हो तो उससे बर्ड फ्लू होने की संभावना नहीं है.