रुद्रप्रयागःभगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर (Omkareshwar Temple) में केदारपुरी के क्षेत्र रक्षक भगवान भैरवनाथ की पूजा (worship of Bhairavnath) के साथ केदारनाथ यात्रा का आगाज (Kedarnath Yatra begins) हो गया है. लोक मान्यताओं के मुताबिक, शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में भैरव पूजा के बाद भैरवनाथ केदारपुरी के लिए रवाना हो जाते हैं.
भैरवनाथ की पूजा के साथ केदारनाथ यात्रा का आगाज, आज रवाना होगी चल विग्रह उत्सव डोली
उत्तराखंड के ओंकारेश्वर मंदिर में संपन्न हुई भैरवनाथ की पूजा के साथ ही केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली सोमवार को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से धाम के लिए रवाना होगी.
भैरव पूजा के पावन अवसर पर विद्वान आचार्यों के वेद ऋचाओं व आर्मी के बैंड की धुनों से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहा. आर्मी की बैंड धुनों पर सैकड़ों श्रद्धालु बाबा केदारनाथ की भक्ति में डूबकर नृत्य करते दिखे. विगत दो सालों से कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन लगने के कारण इस बार केदारनाथ यात्रा को लेकर भक्तों में भारी उत्साह बना हुआ है.
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भगवान भैरवनाथ की पूजा के मौके पर भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया. सोमवार को भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से रवाना होगी साथ ही विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीर्वाद देते हुए 5 मई को केदारनाथ पहुंचेगी. इसके बाद 6 मई को सुबह शुभ मुर्हूत 6 बजकर 25 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे.