बेंगलुरु : कर्नाटक में भाजपा सरकार ने समाज के निचले वर्गो तक अपनी पहुंच बढ़ाते हुए दुर्लभ और उच्च लागत वाले उपचार रोगों से पीड़ित एससी-एसटी रोगियों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने गुरुवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत आरोग्य कर्नाटक योजना के तहत वर्तमान में कई प्रकार की बीमारियों के लिए सहायता प्रदान की जा रही है. हालांकि, कुछ दुर्लभ और उच्च लागत वाली बीमारियां जो आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर नहीं हैं. इसके लिए राज्य सरकार द्वारा सुवर्णा आरोग्य सुरक्षा ट्रस्ट अव्ययित अनुसूचित जाति उप योजना आदिवासी उप योजना निधि आवंटन का उपयोग कर रहा है.
कर्नाटक: दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित एससी-एसटी के रोगियों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा
कर्नाटक में दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित एससी-एसटी के रोगियों के लिए सरकार ने एक बड़ी घोषणा की है. ऐसे रोगियों को सरकार ने आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. इसके तहत उन रोगों का इलाज भी संभव हो सकेगा जो आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर नहीं होते हैं.
पढ़ें: केरल में दो साल बाद जोश-उल्लास के साथ मनाया गया ओणम, देखें त्योहार के रंग
राज्य सरकार ने नई योजना के लिए 23.18 करोड़ रुपये के अव्ययित आवंटन करने की योजना बनाई है. इस योजना के तहत सरकार पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी स्कैन के लिए 10,000 रुपये, ऑटोलॉगस और एलोजेनिक बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए क्रमश: सात लाख रुपये से 21 लाख रुपये और रोबोटिक सर्जरी के लिए 1.5 लाख रुपये प्रदान करेगी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में कर्नाटक सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से गरीबों और कमजोरों की मदद करने के सपने को साकार कर रही है. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति समुदायों से संबंधित मरीजों को बहुत लाभ होगा क्योंकि दुर्लभ और उच्च लागत वाली बीमारियों को भी सहायता दी जा रही है.