कानपुर: उत्तर प्रदेश में इन दिनों बाबाओं का काफी बोलबाला है. सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार को लेकर सभी अपने तरीके से कवायद कर रहे हैं. फिर बात चाहे बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री की हो या फिर कानपुर शहर के बिधनू थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित करौली गांव के संतोष सिंह भदौरिया उर्फ करौली बाबा की. दोनों ही बाबा इस समय चर्चा का विषय बन चुके हैं. लेकिन, इन दिनों करौली बाबा के ऊपर एक के बाद एक आरोप भी लग रहे हैं, जिसकी वजह से वह विवादों के घेरे में आते जा रहे हैं. खैर, यहां जानिए करौली बाबा के क्या ठाठ हैं? वे कैसी आलीशान जिंदगी जीते हैं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि बाबा के आश्रम में अपने एक अलग ही ठाठ हैं. बाबा 24 घंटे अपने आसपास बॉडीगार्ड के बीच में रहते हैं और बाबा के आने-जाने के लिए कई लग्जरी गाड़ियों का प्रबंध रहता है. इन गाड़ियों की कीमत करोड़ों में है. बाबा के पास तो रेंज रोवर गाड़ी भी है. वहीं, जब 23 मार्च को ईटीवी भारत ने बाबा से पूछा कि आप इतनी आलीशान जिंदगी कैसे जीते हैं तो जवाब में संतोष सिंह भदौरिया कहते हैं हर साल वे एक-एक चीज का टैक्स देता हैं. यहां जो प्रसाद भी भक्तों को दिया जाता है उस पर भी बारकोड लगा हुआ है. इतना ही नहीं बाबा ठोस दावा कर कहते हैं कि अगर आयकर अधिकारी आकर अपने स्तर से जांच कर लें तो उन्हें किसी बात की चिंता नहीं है.
बाबा माइक से बोलते ओम शिव बैलेंस, दावा- समस्या का हो जाता समाधान
बाबा से साक्षात्कार करने से पहले आश्रम में 100 रुपये की एक रसीद लेनी होती है. इसके साथ ही यहां पर आपको कई तरीके की प्रक्रिया भी पूरी करनी होती है. हर प्रक्रिया का अलग-अलग रेट तय है. इसमें जो भक्त अपनी समस्या को लेकर आते हैं, उनके लिए जो हवन की प्रक्रिया होती है उसका खर्चा 5000 से लगभग 100000 रुपये तक है. इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिए जिस भी सामान की आपको आवश्यकता है, वह सारा सामान आश्रम में मौजूद है. इसके बाद जब भक्त अपनी समस्या को लेकर बाबा के सामने जाते हैं तो बाबा माइक के जरिए एक मंत्र बोलते हैं. ओम शिव बैलेंस उसके बाद जिस भी तरीके का तंत्र मंत्र व कोई भी ऊपरी चक्कर होता है तो वो ठीक हो जाता है, ऐसा बाबा का कहना है. हालांकि, जो भक्त वहां पर मौजूद हैं. उनका भी ऐसा कहना है कि यहां पर आने के बाद उनकी हर एक समस्या और बीमारी का समाधान हो जाता है.