कानपुर देहात: जनपद कानपुर देहात में गुरुवार को मड़ौली कांड मामले में नामजद आरोपी लेखपाल और जेसीबी चालक को कोर्ट में पेश किया. इसके बाद दोनों को देर रात जेल भेज दिया गया. वहीं पुलिस फरार चल रहे गांव के 4 नामजद आरोपियों को ढूंढ रही है. इनकी तलाश में पुलिस की टीमें कई जगहों पर छापेमारी भी कर रही हैं. इस मामले की जांच एसआईटी ने भी शुरू कर दी है. पुलिस का दावा है कि इस केस (kanpur dehat mother daughter burnt alive case) से जुड़े सभी आरोपी बहुत जल्द सलाखों के पीछे होंगे. जिलाधिकारी नेहा जैन का कहना है कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.
जनपद कानपुर देहात के मड़ौली गांव में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटाते समय जेसीबी से जलता छप्पर गिराने से प्रमिला दीक्षित और उनकी बेटी नेहा की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई थी. इसके बाद ये मुद्दा पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. सरकार को भी विपक्ष के तंज सहन करना पड़ रहे हैं. प्रमिला के बड़े बेटे शिवम ने एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद, एसओ दिनेश गौतम लेखपाल अशोक, जेसीबी चालक सुरजीत कुमार उर्फ दीपक समेत करीब 39 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने जेसीबी चालक सुरजीत कुमार उर्फ दीपक और लेखपाल अशोक को गिरफ्तार कर लिया था. दोनों को गुरुवार देर रात जेल भेज दिया गया.