नई दिल्ली : राष्ट्रीय कामधेनु आयोग (आरकेए) के अध्यक्ष वल्लभभाई कथीरिया ने बताया है कि देशभर के चार शहरों में किये गये क्लीनिकल परीक्षण में कोरोना संक्रमण को ठीक करने में काफी मदद मिली है. कथीरिया ने कहा कि जून और अक्टूबर 2020 के बीच राज्य सरकारों और कुछ गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) की साझेदारी में राजकोट और बड़ौदा (गुजरात), वाराणसी (उत्तर प्रदेश) और कल्याण (महाराष्ट्र) में 200-200 मरीजों पर 'क्लीनिकल ट्रायल' किये गये थे.
उन्होंने बताया कि मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत आने वाले आरकेए का गठन केन्द्र द्वारा फरवरी, 2019 किया गया था. कथीरिया ने पत्रकारों से कहा, 'कामधेनु आयोग क्लीनिकल ट्रायल में भागीदार था... जल्द ही, हम आयुष मंत्रालय को इन परीक्षणों के डाटा सौंपने जा रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि उपचार की खुराक में 'पंचगव्य' (गोमूत्र, गाय का गोबर, दूध, घी और दही का मिश्रण), जड़ी-बूटी 'संजीवनी बूटी' और हर्बल मिश्रण 'काढ़ा' शामिल हैं.