पटना : बिहार के बक्सर एंबुलेंस मामले (Buxar Ambulance Case) को प्रमुखता से दिखाए जाने पर ईटीवी भारत (ETV Bharat) संवाददाता उमेश पांडेय पर बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी ने एफआईआर दर्ज कराई है. जिस पर बिहार सरकार के सहयोगी दल 'हम' ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हम पार्टी के अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की.
मांझी ने एफआईआर को बताया गलत
हम पार्टी के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर कहा, पत्रकार उमेश पांडेय प्राथमिकी मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. पत्रकार ही हैं जो निःस्वार्थ भावना से हमारी कमियों को हमसे रू-ब-रू करवातें हैं. उनके ऊपर इस तरह की कार्रवाई ठीक नहीं.
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ईटीवी ने प्रमुखता से दिखाई खबर
बता दें कि बिहार में कोरोना संकट के समय जहां स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के चलते लोग परेशान होते दिखे, वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने अपने संसदीय क्षेत्र बक्सर में एंबुलेंस दी, ताकि लोगों की सेवा की जा सकें. लेकिन, अश्विनी कुमार चौबे द्वारा दी गई एंबुलेंस का चार बार उद्घाटन करने का मामला सामने आया. जिसे ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया.
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एफआईआर को लेकर घिरी बीजेपी
ईटीवी भारत के संवाददाता उमेश पांडेय ने इसकी तहकीकात की जिसमें बहुत सारे तथ्य सामने आए. खबरों को लगातार दिखाए जाने के बाद बक्सर जिले के पूर्व प्रत्याशी और भाजपा नेता परशुराम चतुर्वेदी ने उन पर एफआईआर दर्ज करा दी. अब देखने वाली बात होगी कि पत्रकार उमेश पांडे पर हुई एफआईआर को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बिहार के सीएम की तरफ से क्या कुछ प्रतिक्रिया आती है.
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