हजारीबाग : हर स्टूडेंट्स की ख्वाइश होती है कि वह प्रधानमंत्री से बात करे, उनसे अपने मन की बात बताए, अपनी लेखन प्रतिभा से उन्हें अवगत कराए. अब छात्रों को यह अवसर मिला है कि वो अपनी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाएं. पोस्टकार्ड के जरिए छात्र ऐसे योद्धाओं के बारे में बताएंगे जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में अपना बहुमूल्य योगदान दिया. लेकिन उनका नाम लोग नहीं जानते हैं. इसके साथ ही 2047 में अपना भारत कैसा होगा? इस पर छात्र-छात्रा अपने विचार रखेंगे.
इसको लेकर हजारीबाग ग्रामीण क्षेत्र में सेवा देने वाला कदमा पोस्ट ऑफिस के पोस्ट मास्टर और उनकी टीम की ओर से राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय कदमा के स्टूडेंट्स को पोस्टकार्ड उपलब्ध कराया गया. इसके जरिए स्कूल के बच्चे PM Narendra Modi को पोस्टकार्ड पर निबंध लिखकर भेजेंगे. कक्षा चौथी से बारहवीं तक के बच्चे प्रधानमंत्री को अपनी लेखन प्रतिभा के जरिए उन्हें अवगत कराएंगे.
केंद्र सरकार के निर्देश पर इन दिनों एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें पोस्ट कार्ड के जरिए छात्र ऐसे योद्धा के बारे में बताएंगे जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में अपना बहुमूल्य योगदान दिया, पर उनका नाम लोग नहीं जानते हैं. खासकर स्थानीय स्तर पर ऐसे योद्धा जिन्हें किताबों में भी जगह नहीं मिली और समाज भी उनके योगदान को भूलते जा रहा है. इसके साथ ही 2047 में अपना भारत कैसा होगा.
डाक विभाग को ये पोस्टकार्ड स्कूल के बच्चों को मुहैया कराना है, इस पहल को लेकर पोस्ट ऑफिस उत्साहित भी है. इसको लेकर पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी स्कूल पहुंचकर छात्रों को इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी. छात्र कहते हैं कि यह पहली बार हो रहा है कि हम पोस्टकार्ड के जरिए अपनी बातें प्रधानमंत्री तक पहुंचाएंगे. छात्रों का कहना है कि हम लोगों को दो टॉपिक के बारे में जानकारी दी गयी है. हम लोग अब स्वतंत्रता आंदोलन के ऐसे विभूति जिन्होंने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया, लेकिन समाज उन्हें भूलता जा रहा है उनके बारे में जानकारी इकट्ठा करेंगे और फिर लिखकर प्रधानमंत्री को भेजेंगे.
शिक्षक बताते हैं कि यह एक अच्छा प्रयास है. इससे दो फायदा होगा, बच्चों में प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड लिखने को लेकर उत्साह जगेगा, इसके लिए बच्चे रिसर्च वर्क करेंगे. साथ ही वर्तमान समय में पोस्टकार्ड के बारे में लोग भूलते जा रहे हैं, पोस्टकार्ड का उपयोग कम हो रहा है. ऐसे में छात्र-छात्राओं द्वारा पोस्टकार्ड पर लेखन से पोस्टकार्ड के बारे में लोग फिर से जागरूक होंगे और नयी पीढ़ी तक भी पोस्टकार्ड की जानकारी पहुंचेगी.